मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जमीन विवाद के मामलों पर अधिकारियों को तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश दिया है। सोमवार को जनता दरबार में भूमि विवाद से जुड़े सर्वाधिक मामले आए।
मुख्यमंत्री ने इन मामलों पर संबंधित अधिकारियों को पूरी जांच-पड़ताल करने और पीड़ित को न्याय दिलाने को कहा। 4, देशरत्न मार्ग स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय परिसर में आयोजित जनता के दरबार में मुख्यमंत्री कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने 51 लोगों की समस्याएं सुनीं। सुपौल से आयी महिला ने कहा कि शिक्षक पति ने उसे छोड़ दिया है। जिससे वह बच्चे के साथ दर-दर की ठोकर खा रही है। वहीं सुपौल जिले से ही आये एक बुजुर्ग ने सरकारी जमीन पर अतिक्रमण की शिकायत की। गोपालगंज के एक व्यक्ति ने कहा कि अपने मकान में रह रहे किराएदार द्वारा अनुचित हक जताने की शिकायत थाने में दर्ज कराए जाने के बाद भी प्रशासन की तरफ से कोई कदम नहीं उठाया जा रहा है।
भागलपुर से आए युवक ने कहा कि दबंगों द्वारा उसकी निजी जमीन को जबरन रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाया जा रहा है और ऐसा नहीं करने पर धमकी दे रहे हैं। भागलपुर से ही आये एक अन्य बुजुर्ग ने कहा कि निजी जमीन पर पड़ोसियों द्वारा जबरन मकान बनाया गया है। इसकी शिकायत करने के बाद भी किसी प्रकार की कोई सुनवाई नहीं हो रही है। अरवल के एक युवक ने वर्ष 2019 से धानुक जाति का जाति प्रमाण पत्र नहीं बनाने की शिकायत की। इससे कोई भी फॉर्म भरने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जबकि सीवान से आए युवक ने दांगी जाति का प्रमाण पत्र नहीं बनाने की शिकायत की।
भोजपुर के युवक ने रैयती जमीन को दूसरे व्यक्ति के नाम से म्यूटेशन करने की शिकायत की और कहा कि अधिकारी द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। सहरसा की एक बुजुर्ग महिला ने कहा कि उसके ससुर की हत्या कर दी गई, पति विकलांग हैं। दबंगों द्वारा उसकी जमीन को हड़पने को लेकर प्रताड़ित किया जा रहा है। शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की जा रही है। समस्तीपुर की महिला ने पति की हत्या के आरोपित की गिरफ्तारी नहीं किये जाने की शिकायत की।
जहानाबाद जिले से आयी एक महिला ने मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए कहा कि सास-ससुर द्वारा उसे घर से निकाल दिया गया है। मैं अपने दो बच्चों को लेकर दर-दर की ठोकर खा रही हूं। समस्तीपुर से आए एक अन्य फरियादी ने जेपी पेंशन नहीं मिलने की शिकायत की।
अपहरण कर जमीन की रजिस्ट्री जबरन करा ली गयी
मधेपुरा के युवक ने कहा कि उसकी मां के नाम से डेढ़ कह्वा जमीन है। इस पर असामाजिक लोग निर्माण नहीं कराने दे रहे। कागजात सही पाए जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अरवल की महिला ने निजी जमीन को अतिक्रमणमुक्त कराने का अनुरोध किया। बक्सर जिले के एक युवक ने कहा कि उसका अपहरण कर जमीन की रजिस्ट्री जबरन करा ली गयी। शिकायत करने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। वहीं बक्सर जिले से ही आए रिटायर्ड रेलवे अधिकारी ने असामाजिक तत्वों द्वारा मकान तोड़कर कब्जा करने और लाखों की संपत्ति लूट लेने की शिकायत की।
Source : Hindustan