उत्तराखंड टनल हादसे में फंसे सभी 41 मजदूरों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया है। इस हादसे में मुजफ्फरपुर जिले के जैतपुर ओपी क्षेत्र के गिजास निवासी दीपक कुमार भी फंसे हुए थे। शत्रुघ्न राय के पुत्र दीपक कुमार के घर पर जैसे ही टनल में फंसे होने की सूचना पहुंची तो घर में माहौल ग़मगीन हो गया लेकिन कल देर रात जैसे ही दीपक के टनल से बाहर निकले उनके घर पर ख़ुशी की लहर छा गई।
जब दीपक के टनल में फंसे होने की सूचना परिवार वालों को मिली तो उसके चाचा और मामा उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए थे। परिजनों के मुताबिक दीपक दो भाइयों में सबसे छोटा है और पिछले दो सालों से टनल निर्माण कंपनी में कार्यरत है। इससे पहले वो असम में कार्य कर रहे थे फिर उत्तराखंड गए। दीपक के बड़े भाई दुबई में काम करते है उनकी फरवरी में शादी है। जिसमें दीपक भी आने वाला था।
परिजनों ने कहा कि 12 नवंबर के दिन टनल हादसे में दीपक के फंसे होने की जानकारी मिली थी। उसके बाद ही परिजन उत्तराखंड के लिए रवाना हो गए थे। वहां से फोन पर सूचना दी गई कि दीपक सुरक्षित है और उसे खाना पीना भी समय से मिल रहा है। लेकिन 17 दिनों से आश्वास मिलने के बाद भी दीपक की मां बेटे से बात करने के लिए परेशान थी।
दीपक को लेकर गांव के लोग भी चिंतित थे। गांव की महिलाएं लगातार भगवान की पूजा पाठ में लगी हुई थी ताकि किसी तरह दीपक सुरक्षित सुरंग से बाहर निकल आए। देर शाम जब मजदूरों को रेस्क्यू कर टनल से बाहर निकाला गया तो गांव में खुशी की लहर छा गई। आज सुबह से ही दीपक के घर पर शुभचिंतकों का तांता लगा हुआ है। गांव के युवाओं में अलग ही जोश दिख रहा है कि उनके बीच का रहने वाला दीपक मौत को हरा कर वापस लौट रहा है। सब उत्तराखंड सरकार से लेकर, पीएम मोदी और बचावकर्मियों की जयजयकार कर रहे हैं।