बिहार में दारोगा भर्ती की प्रारंभिक परीक्षा रविवार को शांतिपूर्ण संपन्न हो गई। लेकिन मुजफ्फरपुर में चार और गया में एक अभ्यर्थी ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी लेकर परीक्षा केंद्र से बाहर चला गया। इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की गई है। मुजफ्फरपुर के डीएन हाईस्कूल से सलमान अली, दीवान रोड स्थित राम मनोहर लोहिया कॉलेज से नीतेश कुमार, खबड़ा स्थित निजी स्कूल केंद्र और हरिसभा स्थित मुखर्जी सेमिनरी हाईस्कूल सेंटर से एक-एक परीक्षार्थी ओएमआर शीट की कार्बन कॉपी ले गए। केंद्राधीक्षकों ने संबंधित थाने में केस दर्ज कराया है।
गया में पहली पाली में राहुल कुमार नामक एक छात्र परीक्षा देने के बाद कार्बन कॉपी लेकर चला गया। उस पर भी प्राथमिकी दर्ज कराई गई। जबकि बिहारशरीफ के नालंदा कॉलेज पर कुंदन कुमार को मोबाइल के साथ पकड़ा गया। विभिन्न परीक्षा केंद्रों पर कदाचार करते पकड़े गए 9 अभ्यर्थियों को निष्कासित किया गया। इसमें पहली पाली में भागलपुर, गया, जहानाबाद, अरवल और हाजीपुर में एक-एक तो दूसरी पाली में मुजफ्फरपुर, मधुबनी, सीवान और मधेपुरा में एक-एक अभ्यर्थी को निष्कासित किया गया है। निष्कासित किए गए सभी अभ्यर्थियों के खिलाफ संबंधित स्थानीय थानों में मामला दर्ज कर कार्रवाई की गई है।
मधुबनी के पंडौल में दारोगा भर्ती परीक्षा के दौरान रविवार को जांच में बड़ी चूक सामने आई है। आरएन कॉलेज केंद्र में महिला अभ्यर्थी मोबाइल लेकर प्रवेश कर गई। आरोप है कि महिला ने केंद्र के शौचालय से प्रश्नपत्र बाहर पति के मोबाइल के व्हाट्सएप पर भेजकर उत्तर मंगवा लिया। कॉलेज में जैमर खराब होने की सूचना प्रशासन को दी गई थी। दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। सदर एसडीओ अश्विनी कुमार ने कहा कि फिलहाल जांच चल रही है।
वहीं दूसरी तरफ परीक्षा से पहले सेटिंग करते पुलिस ने लखीसराय के विद्यापीठ चौक स्थित होटल से तीन अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से वॉकी-टॉकी, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट मिले हैं। गिरफ्तार मिथुन मुंगेर तथा धीरज व श्रवण लखीसराय के निवासी हैं। तीनों की परीक्षा दूसरी पाली में थी। एक अन्य युवक अमित को पुलिस खोज रही है। वहीं, मुजफ्फरपुर में चार परीक्षार्थी ओएमआर शीट लेकर निकल गए।
दारोगा बहाली की प्रारंभिक परीक्षा के लिए राज्यभर में बनाए गए 613 परीक्षा केंद्रों पर 6 लाख 60 हजार अभ्यर्थियों के लिए इंतजाम किए गए थे। परीक्षा में 85 फीसदी अभ्यर्थियों की उपस्थिति रही। यानी 5.60 लाख अभ्यर्थियों ने परीक्षा दी। परीक्षा में पहली बार प्रयोग की गई एआई (आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस) तकनीक सफल रही। सफल परीक्षा के लिए सभी परीक्षा केंद्रों पर 16 हजार 500 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए थे।
Source : Hindustan