जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में ए.ई.एस. जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक उनके कार्यालय प्रकोष्ठ में की गई। बैठक में आई.सी.डी.एस., जीविका, शिक्षा विभाग, स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित जागरूकता कार्यक्रम तथा स्वास्थ्य केन्द्रों में इलाज संबंधी कार्यों की समीक्षा की गई तथा आवश्यक निर्देश दिए गए।
जिलाधिकारी ने प्रखंड से लेकर जिला मुख्यालय तक के सभी संबंधित अधिकारियों को पूरी सावधानी एवं जवाबदेही से कार्य करने की आवश्यकता पर बल दिया। उन्होंने जीविका, आई.सी.डी.एस., स्वास्थ्य विभाग एवं शिक्षा विभाग के अधिकारियों को अपने स्तर से जागरूकता कार्यक्रम जारी रखने को कहा।
जिलाधिकारी ने सिविल सर्जन को स्वास्थ्य केंद्रों का स्वयं औचक निरीक्षण करने, डॉक्टर एवं स्वास्थ्य कर्मी की उपस्थिति की जांच करने, दवा की उपलब्धता एवं बच्चों के इलाज की जांच करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ए.ई.एस. जैसे संवेदनशील मामले पर डॉक्टर बच्चों के प्रति सहानुभूति एवं संवेदना के साथ कार्य करें। इसके लिए सभी को जुलाई के द्वितीय सप्ताह तक अलर्ट मोड में कार्य करने की जरूरत है।
जिलाधिकारी ने प्रखंड विकास पदाधिकारी को प्रखंड समन्वय समिति की बैठक करने तथा उस बैठक में ग्रामीण चिकित्सक एवं जनप्रतिनिधियों को भी शामिल करने का निर्देश दिया और उनसे आवश्यक फीडबैक एवं सुझाव प्राप्त करने को कहा। उन्होंने प्रखंड विकास पदाधिकारी को पंचायत से लेकर प्रखंड स्तर तक के जागरूकता कार्यक्रम का नेतृत्व करने तथा जमीनी स्तर पर कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया।
बैठक में अवगत कराया गया कि मुजफ्फरपुर जिला में 16 मामले प्रतिवेदित हैं तथा सभी बच्चे इलाज के उपरांत स्वस्थ होकर सुरक्षित रूप से अपने-अपने घर वापस चले गए हैं।
जिलाधिकारी ने शनिवार को प्रत्येक अधिकारियों को गोद लिए गए पंचायत का भ्रमण करने तथा संध्या चौपाल सह जागरूकता कार्यक्रम संचालित करने का निर्देश दिया। इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होने वाले अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
ए.ई.एस. का नियंत्रण कक्ष का नंबर निम्नवत है: 18003456629, 0621-2266055, 0621-2266056
बैठक में सिविल सर्जन डाॅक्टर अजय कुमार, ए.ई.एस. के नोडल पदाधिकारी डाॅक्टर सतीश कुमार, डी.पी.ओ. आई.सी.डी.एस. चाॅदनी सिंह सहित कई अन्य अधिकारी उपस्थित थे तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से प्रखंड स्तरीय अधिकारी संबद्ध थे।