नीट-यूजीसी 2024 परीक्षा में हुई गड़बड़ियों के विरोध में आम आदमी पार्टी के सांसद राघव चड्ढा ने राज्यसभा में मोदी सरकार को आड़े हाथों लिया। चड्ढा ने भारतीय शिक्षा प्रणाली में व्याप्त समस्याओं को उजागर करते हुए कहा कि लाखों NEET अभ्यर्थी अनियमितताओं के कारण परेशान हैं और अगर इस तरह की घटनाएं जारी रहीं तो देश को ‘मुन्ना भाई MBBS’ जैसे डॉक्टर देखने को मिल सकते हैं।
सांसद ने कहा, “सरकार को NEET पेपर लीक की गंभीरता से जांच करनी चाहिए और दोषियों को दंडित करना चाहिए।” उन्होंने आगे जोड़ा कि बिगड़ती शिक्षा व्यवस्था हमारे देश को प्रभावित कर रही है। चड्ढा ने शिक्षा प्रणाली को ‘युद्ध का मैदान’ करार देते हुए कहा कि अब छात्र ज्ञान प्राप्त करने की बजाय अपनी अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं।
Millions of NEET Aspirants Heartbroken Due To Irregularities.
If such incidents continue we will see Doctors like Munna Bhai MBBS.
The government should investigate the NEET paper leak & punish the responsible.
-@raghav_chadha pic.twitter.com/IjeFRA7tt6
— AAP (@AamAadmiParty) August 2, 2024
राघव चड्ढा ने यह भी आरोप लगाया कि हमारे छात्र बचपन से ही एक अंतहीन प्रतिस्पर्धा में धकेले जाते हैं, जिससे उनकी सीखने की जिज्ञासा दब जाती है। उन्होंने कहा कि शिक्षा प्रणाली बच्चों को यह सिखा रही है कि उनकी योग्यता केवल प्राप्त अंकों, ग्रेड्स या रैंकों के आधार पर मापी जाती है।
इस बीच, सुप्रीम कोर्ट ने NEET पेपर लीक मामले में मेडिकल पाठ्यक्रम में प्रवेश के लिए नई परीक्षा कराने के आदेश देने से इनकार कर दिया है। हालांकि, कोर्ट ने राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी (NTA) को परीक्षा में हुई गड़बड़ियों पर गंभीरता से विचार करने और भविष्य में ऐसी समस्याओं को रोकने के लिए एक प्रोटोकॉल तैयार करने का निर्देश दिया। कोर्ट ने स्पष्ट किया कि नीट पेपर लीक एक सिस्टेमैटिक फेलियर नहीं है और यह मामला केवल पटना और हजारीबाग तक सीमित है।