पेरिस ओलंपिक में विनेश फोगाट की अयोग्यता पर खेल मंत्री का बयान
नई दिल्ली: पेरिस ओलंपिक में भारतीय रेसलर विनेश फोगाट को अयोग्य घोषित किए जाने के मामले में केंद्रीय खेल मंत्री मनसुख मांडविया ने लोकसभा में बयान दिया। उन्होंने बताया कि विनेश फोगाट को उनके तय कैटेगरी में अधिक वजन होने की वजह से ओलंपिक से बाहर होना पड़ा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पीटी ऊषा से बात करके इस मुद्दे पर उचित कार्रवाई करने को कहा है। मांडविया ने यह भी स्पष्ट किया कि विनेश फोगाट को सरकार की ओर से हर संभव मदद दी गई है।
खेल मंत्री मांडविया ने आगे कहा कि विनेश मंगलवार को तीन मुकाबले जीतकर फाइनल में पहुंचने वाली पहली महिला रेसलर बनीं। उनके लिए व्यक्तिगत स्टाफ नियुक्त किए गए थे, जिनमें हंगरी के विख्यात कोच और फिजियो शामिल थे। स्पेन में ट्रेनिंग सेशन और ओलंपिक की तैयारी के लिए भी सरकार ने फंडिंग की थी।
उन्होंने बताया कि विनेश फोगाट के हंगरी दौरे और रूस में अंतरराष्ट्रीय शिविर में हिस्सा लेने के लिए भी सरकार ने पूरी व्यवस्था की थी। यह सुनिश्चित किया गया था कि विनेश को हरसंभव सहायता मिल सके ताकि वे अपनी तैयारी में कोई कसर न छोड़ें।
इस बात की जानकारी दी गई कि विनेश फोगाट को उनकी स्पर्धा के लिए निर्धारित वजन सीमा 50 किलोग्राम से अधिक होने की वजह से अयोग्य घोषित किया गया। स्पर्धा के लिए उनका वजन 50 किलोग्राम तक ही होना अनिवार्य था, लेकिन विनेश का वजन 50 किलो 100 ग्राम पाया गया। प्रत्येक मुकाबले से पहले वजन मापा जाता है और अगर खिलाड़ी का वजन अधिक होता है तो उसे प्रतियोगिता से बाहर कर दिया जाता है।
इस मामले को लेकर खेल मंत्री ने आश्वासन दिया कि इस घटना से संबंधित सभी पहलुओं की जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं से बचने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।