प्राचीन और मध्यकालीन भारत में शिक्षा का प्रमुख केंद्र रहे नालंदा विश्वविद्यालय के नाम पर भारतीय रेलवे ने अपने एक इंजन का नामकरण किया है। इस पहल का उद्देश्य नालंदा विश्वविद्यालय की ऐतिहासिक और शैक्षिक धरोहर के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाना है। इससे पहले भी रेलवे ने कई शहीदों, स्वतंत्रता सेनानियों, स्मारकों और भारतीय महिलाओं के नाम पर इंजन के नाम रखे हैं।
रेलवे अधिकारियों के अनुसार, नालंदा विश्वविद्यालय, जो 5वीं और 6वीं शताब्दी में राजगीर के निकट स्थित था, ने कला और शिक्षा के संरक्षण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। इस काल को भारत का स्वर्ण युग माना जाता है। हाल ही में प्रधानमंत्री द्वारा नालंदा विश्वविद्यालय के पुनर्निर्मित परिसर का उद्घाटन किया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि नालंदा विश्वविद्यालय भारत की प्रगति और समृद्धि का प्रतीक बनेगा।