बिहार के सभी स्कूली शिक्षकों का वेतन अब एक अक्टूबर से ऑनलाइन हाजिरी के आधार पर ही दिया जाएगा। शिक्षा विभाग ने सुनिश्चित किया है कि किसी भी तकनीकी परेशानी से बचने के लिए शिक्षकों को दो विकल्प दिए गए हैं। इस बारे में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को निर्देश जारी कर स्पष्ट किया है।
नए निर्देशों के तहत, सभी शिक्षक अनिवार्य रूप से ई-शिक्षाकोष पोर्टल पर अपनी उपस्थिति दर्ज करेंगे। इसके अलावा, शिक्षकों को भौतिक रूप से भी उपस्थिति पंजी में हाजिरी दर्ज करना होगा। 25 जून से शिक्षक ई-शिक्षाकोष मोबाइल ऐप का उपयोग कर ऑनलाइन हाजिरी बना रहे हैं, जिसमें अब तक करीब 80 प्रतिशत यानी साढ़े चार लाख शिक्षक प्रतिदिन इस प्रक्रिया को अपना चुके हैं।
इसके अलावा, ऑनलाइन हाजिरी की प्रक्रिया को और भी सरल बनाने के लिए स्कूल के प्रधानाध्यापक को ‘स्कूल एडमिन’ नामक नया विकल्प दिया गया है। इस विकल्प के माध्यम से प्रधानाध्यापक द्वारा भी शिक्षकों की हाजिरी ऑनलाइन दर्ज की जा सकेगी। शिक्षा विभाग ने दोनों विकल्पों के माध्यम से हाजिरी बनाने की प्रक्रिया को भी विस्तार से बताया है, ताकि इसे आसानी से लागू किया जा सके।