मुजफ्फरपुर जिला के मुशहरी प्रखंड के शेरपुर पंचायत अंतर्गत बंगरा हसनचौक और माधोपुर सुस्ता गांव में सियारों के प्रकोप से आम नागरिकों को कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। सियारों के हमलों के बढ़ते मामलों को देखते हुए, तिरहुत वन प्रमंडल के वन प्रमंडल पदाधिकारी ने नागरिकों को सुरक्षा के लिए महत्वपूर्ण सलाह दी है।
सियारों के प्रकोप से बचाव के उपाय:
क्या न करें:
1. सूर्यास्त के समय सतर्कता: सियारों की गतिविधियां सूर्यास्त के समय से बढ़ जाती हैं और सूर्योदय तक बनी रहती हैं। इस दौरान अनावश्यक रूप से घर से बाहर न निकलें, जिससे दुर्घटनाओं को रोका जा सके।
2. सियारों के संपर्क से बचें: सियारों को अकेले पकड़ने, मारने या पास जाने का प्रयास न करें।
क्या करें:
1. सुरक्षा के उपाय: विशेष परिस्थितियों में, सुरक्षा के लिए भाला, गड़ासी, लाठी आदि साथ ले कर ही घर से बाहर निकलें।
2. पिंजरा लगाना: सियारों को पकड़ने के लिए पिंजरा लगाएं। वन विभाग द्वारा विभिन्न स्थलों पर पिंजरा लगाए गए हैं और निगरानी की जा रही है।
3. फसलों की सुरक्षा: सियारों द्वारा फसलों को नुकसान पहुंचाने से बचाने के लिए फसलों के चारों ओर घेरा लगाएं।
वन विभाग ने सियारों की समस्या को गंभीरता से लेते हुए त्वरित कार्रवाई बल के सदस्य के साथ विभिन्न स्थलों पर निगरानी और पिंजरा लगाने का काम शुरू कर दिया है। नागरिकों से अपील की गई है कि वे दिए गए निर्देशों का पालन करें और किसी भी आपात स्थिति में वन विभाग से संपर्क करें।