स्वच्छता के क्षेत्र में हुए बदलाव और उपलब्धियों को उत्सव के रूप में मनाने के लिए जिला पदाधिकारी सुब्रत कुमार सेन की अध्यक्षता में समाहरणालय सभागार में एक बैठक आयोजित की गई। सरकारी दिशानिर्देशों के अनुसार, 14 सितंबर से 2 अक्टूबर 2024 तक स्वच्छता पर आधारित विविध गतिविधियों के संचालन हेतु कार्य योजना तैयार कर भेजी गई है, जिसका क्रियान्वयन किया जाएगा।
बैठक के दौरान जिला पदाधिकारी ने उप विकास आयुक्त को निर्देश दिया कि सरकार द्वारा प्रदान की गई कार्य योजना के अनुसार कार्यक्रमों का निष्पादन सुनिश्चित करें। इसके लिए जीविका, आईसीडीएस, शिक्षा विभाग, पंचायत, स्वास्थ्य विभाग और अन्य संबंधित विभागों के साथ समन्वय स्थापित कर स्वच्छता पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारियों और वरीय पदाधिकारियों को गांव/पंचायत का दौरा कर कार्यक्रमों का सही संचालन सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। इसके साथ ही खुले में शौच से मुक्ति का स्थायित्व सुनिश्चित करते हुए 2024-25 तक ठोस एवं तरल अपशिष्ट प्रबंधन के माध्यम से सभी गांवों को स्वच्छ और ओडीएफ प्लस (ODF+) बनाने का लक्ष्य रखा गया है।
बैठक में यह भी बताया गया कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी स्वाधीनता संग्राम के दौरान लंगट सिंह कॉलेज आए थे। गांधी जी के फुटप्रिंट स्थल पर स्वच्छता पर आधारित कार्य योजना तैयार कर क्रियान्वित की जाएगी। इसके तहत स्वच्छता कर्मियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर और कल्याणकारी योजनाओं से लाभान्वित करने का कार्यक्रम चलाया जाएगा।
स्वच्छता ही सेवा के तहत संवाद, ग्राम पंचायत स्तर पर सामुदायिक उत्प्रेरण अभियान, सार्वजनिक स्थानों पर श्रमदान, और ‘एक दीप स्वच्छता के नाम’ से स्वच्छता अभियान चलाए जाएंगे। सरकारी कार्यालयों, स्कूलों और अन्य संस्थानों में सफाई अभियान आयोजित किए जाएंगे। जीविका संगठनों में स्वच्छता पर चर्चा, कचरा पृथक्करण का प्रदर्शन, और स्वच्छता शपथ ली जाएगी।
प्रखंड और ग्राम पंचायत स्तर पर स्वच्छता कर्मियों के लिए स्वास्थ्य जांच शिविर का आयोजन किया जाएगा और उन्हें विभिन्न सामाजिक सुरक्षा योजनाओं का लाभ दिया जाएगा।