मुजफ्फरपुर: जिले में भू-सर्वेक्षण कार्य से संबंधित कागजात प्राप्त करने के लिए अब लोगों को जिला मुख्यालय का चक्कर लगाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। जिला पदाधिकारी ने जनहित को ध्यान में रखते हुए खतियान एवं अन्य आवश्यक दस्तावेजों की ऑनलाइन प्राप्ति के लिए सुगम और सुदृढ़ व्यवस्था लागू की है। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जिला स्थित अभिलेखागार कार्यालय आने की परेशानी से मुक्ति मिलेगी। अब लोग घर बैठे ही खतियान और अन्य दस्तावेजों के लिए ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं।
जिला प्रशासन ने इस प्रक्रिया को और आसान बनाने के लिए bhuabhilekh.bihar.gov.in वेबसाइट पर ऑनलाइन आवेदन की सुविधा प्रदान की है। इस नई व्यवस्था के तहत लोग निर्धारित प्रक्रिया के अनुसार खतियान एवं अन्य कागजातों के लिए आवेदन कर सकते हैं।
ऑनलाइन आवेदन की प्रक्रिया:
1. वेबसाइट का चयन: सबसे पहले bhuabhilekh.bihar.gov.in वेबसाइट को ओपन करें।
2. पब्लिक लॉगिन: वेबसाइट पर पब्लिक लॉगिन पर क्लिक करें।
3. रजिस्ट्रेशन: नए यूजर के लिए “न्यू यूजर रजिस्ट्रेशन” पर क्लिक करें।
4. मोबाइल नंबर: अपना मोबाइल नंबर दर्ज करें और सबमिट बटन पर क्लिक करें।
5. ओटीपी वेरिफिकेशन: आपके मोबाइल पर प्राप्त ओटीपी को दर्ज करें।
6. लॉगिन प्रक्रिया: रजिस्टर किए गए मोबाइल नंबर से लॉगिन करें और अपनी डिटेल्स जैसे नाम, पता, ई-मेल, गांव, अंचल, जिला, पोस्ट ऑफिस, और पिन कोड की प्रविष्टि करें।
7. कागजात का चयन: खतियान एवं अन्य वांछित कागजात के लिए संबंधित ऑप्शन का चयन करें।
8. शुल्क भुगतान: ऑनलाइन निर्धारित शुल्क जमा कर आवेदन को सबमिट करें।
इस नई व्यवस्था से क्या लाभ होगा?
• ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जिला मुख्यालय तक यात्रा करने की जरूरत नहीं पड़ेगी, जिससे समय और संसाधनों की बचत होगी।
• ऑनलाइन आवेदन की सुविधा से प्रक्रिया सरल और पारदर्शी होगी, जिससे लोग घर बैठे ही आसानी से अपने कागजात प्राप्त कर सकेंगे।
• जिला पदाधिकारी ने जनता की बढ़ती समस्याओं को गंभीरता से लेते हुए इस नई व्यवस्था को लागू किया है, जिससे प्रशासनिक कार्यों में भी तेजी आएगी।
सुविधाओं के विस्तार का लक्ष्य
यह पहल सिर्फ मौजूदा समस्याओं का समाधान ही नहीं, बल्कि भविष्य में भी जनता की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए प्रशासनिक प्रक्रियाओं को अधिक सुलभ बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। जिला प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि सभी ऑनलाइन आवेदन त्वरित रूप से प्रक्रिया में लाए जाएंगे, जिससे दस्तावेजों की प्राप्ति में होने वाली देरी खत्म हो सकेगी।
इसके अलावा, ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों के लिए यह विशेष रूप से लाभकारी है क्योंकि उन्हें बार-बार जिला मुख्यालय तक आने की आवश्यकता नहीं होगी। इससे समय, पैसे और संसाधनों की बचत होगी, और उन्हें अनावश्यक रूप से परेशान नहीं होना पड़ेगा।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि वे इस प्रक्रिया की निगरानी करें और सुनिश्चित करें कि सभी आवेदनों का समय पर समाधान किया जाए, ताकि जनता को इस नई व्यवस्था से अधिकतम लाभ मिल सके।
मुजफ्फरपुर जिला प्रशासन की यह पहल प्रशासनिक सेवाओं में डिजिटल बदलाव का एक उदाहरण है, जो भविष्य में अन्य जिलों के लिए भी एक प्रेरणा साबित हो सकता है।