मुजफ्फरपुर के कुढ़नी प्रखंड के आगानगर गांव के निवासी नवनीत आनंद ने बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) 69वीं परीक्षा में 16वीं रैंक हासिल कर DSP का पद प्राप्त किया है। उनके इस उपलब्धि ने न सिर्फ उनके परिवार बल्कि पूरे मुजफ्फरपुर जिले का नाम गर्व से ऊंचा कर दिया है।
परिवार का सहयोग बना सफलता की कुंजी
नवनीत के पिता अजय कुमार ठाकुर रिटायर्ड सरकारी शिक्षक हैं, जबकि उनकी माता उषा कुमारी एक गृहिणी हैं। नवनीत ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता, बहनों, बहनोई, शिक्षकों और दोस्तों को दिया है। उनका कहना है कि परिवार के समर्थन और शिक्षकों की मार्गदर्शिता के बिना यह सफलता संभव नहीं थी।
शैक्षणिक सफर और तैयारी की कहानी
नवनीत ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा सनशाइन प्रेप/हाई स्कूल, मुजफ्फरपुर से पूरी की। इसके बाद उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के राजधानी कॉलेज से बीएससी (ऑनर्स) फिजिक्स में स्नातक किया। स्नातक के बाद, उन्होंने सिविल सेवा की तैयारी शुरू की। 2023 में उन्होंने UPSC का इंटरव्यू भी दिया, लेकिन अंतिम सूची में जगह बनाने से चूक गए।
बीपीएससी में तीसरा प्रयास और पहली सफलता
BPSC में यह नवनीत का तीसरा प्रयास था। इस बार उन्होंने पहली बार मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू दिया और शानदार प्रदर्शन करते हुए 16वीं रैंक हासिल की। उनकी इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि कठिन परिश्रम और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
जिले के युवाओं के लिए प्रेरणा
नवनीत आनंद की सफलता उन युवाओं के लिए प्रेरणा है, जो सिविल सेवा या अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं। उनका कहना है कि दृढ़ निश्चय और सही दिशा में मेहनत करने से हर सपना साकार हो सकता है।
नवनीत की इस सफलता पर पूरे मुजफ्फरपुर में खुशी की लहर है। उनके परिवार और शुभचिंतक उन्हें लगातार बधाइयां दे रहे हैं। मुजफ्फरपुर का यह होनहार बेटा आज लाखों युवाओं के लिए प्रेरणास्त्रोत बन गया है।