MUZAFFARPUR: संघर्ष के बाद सफलता पाने की प्रेरक कहानी लिखने वाले मनोज कुमार ने 69वीं बीपीएससी परीक्षा में रेवेन्यू अधिकारी के पद पर चयनित होकर अपना नाम रौशन किया है। उनकी यह यात्रा न केवल मेहनत और अनुशासन का उदाहरण है, बल्कि उन युवाओं के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं।
ग्राम कटरा, पोस्ट कटरा, जिला मुजफ्फरपुर निवासी मनोज कुमार (पुत्र शंकर चौधरी) का परिवार साधारण है। उनके पिता गांव में व्यवसाय करते हैं और माता गृहिणी हैं। मनोज अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देते हैं, जिन्होंने असफलता से लड़ने की हिम्मत दी।
मनोज बताते हैं कि बड़े शहरों की महंगी पढ़ाई और चकाचौंध जरूरी नहीं। छोटे शहर में रहते हुए भी मेहनत और अनुशासन से सफलता पाई जा सकती है। उनकी सफलता यह संदेश देती है कि मजबूत NCERT बेस, प्रीवियस ईयर प्रश्नों पर फोकस, और लगातार प्रैक्टिस से लक्ष्य को हासिल किया जा सकता है।
मनोज ने पुलिस पाठशाला में EX एसएसपी मुजफ्फरपुर मनोज सर के साथ मिलकर कई छात्रों को निःशुल्क पढ़ाया। उनकी कोचिंग से कई छात्रों का चयन हुआ। इसके अलावा, उन्होंने अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने के लिए खुद कोचिंग शुरू की और छात्रों को पढ़ाया। इस दौरान उन्होंने खुद भी पढ़ाई पर ध्यान दिया और अपनी तैयारी को मजबूत किया।
मनोज का मानना है कि असफलता मंजिल नहीं, बल्कि एक पड़ाव है। अगर ईमानदारी और अनुशासन के साथ मेहनत की जाए, तो हर बाधा को पार किया जा सकता है। उनकी सफलता उन सभी छात्रों के लिए प्रेरणा है जो बड़े सपने देखते हैं।
“हर असफलता एक सीख है, और हर मेहनत सफलता का रास्ता।”