महावीर मंदिर, पटना को राष्ट्रीय पहचान दिलाने वाले समाजसेवी, धार्मिक और सांस्कृतिक उत्थान के लिए समर्पित महावीर मंदिर ट्रस्ट के अध्यक्ष और पूर्व आईपीएस अधिकारी एवं सनातन के ध्वजवाहक किशोर कुणाल का निधन हो गया। उनके निधन से पूरे समाज में शोक की लहर है।
किशोर कुणाल ने अपने जीवनकाल में धार्मिक और सांस्कृतिक गतिविधियों के लिए महत्वपूर्ण कार्य किए। महावीर मंदिर को राष्ट्रीय पटल पर स्थापित करने में उनकी भूमिका अद्वितीय रही साथ भव्य राम मंदिर की बिहार मे स्थापना जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को बुलाना चाहते थे। गरीबनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार में भी उनका अहम योगदान था।साथ ही पुनौराधाम सहित बिहार के अनेकों मठ-मंदिर मे इनके योगदान को भुलाया नही जा सकता।
आचार्य किशोर कुणाल 13 अगस्त 2024 को आखिरी बार मुजफ्फरपुर आए थे। इसी दिन उन्होंने साहूपोखर पर नैवेद्य के काउंटर का उद्घाटन केंद्रीय राज्य मंत्री राजभूषण चौधरी के साथ किया था और साहूपोखर जीर्णोद्धार के बचे हुए कार्यो को साल भर के भीतर पूरा होने की बात कही थी और साहूपोखर के संस्थापक की तस्वीर और जीवनी मंदिर के मूख्य द्वार पर लगाने की बात कही थी। यह आयोजन उनकी दूरदृष्टि और समाजसेवा के प्रति उनकी प्रतिबद्धता का उदाहरण था।
भाजपा प्रदेश मीडिया प्रभारी व प्रांतीय संरक्षक प्रभात कुमार (सनातन सेवार्थ) ने आचार्य किशोर कुणाल के निधन पर गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है। उन्होंने कहा, “महावीर मंदिर को राष्ट्रीय पटल पर लाने में उनका योगदान अतुलनीय है। उनके निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।”
किशोर कुणाल का जीवन समाज सेवा और धार्मिक उत्थान के प्रति समर्पित था। उनके प्रयासों का असर न केवल बिहार बल्कि पूरे देश में महसूस किया गया। उनके निधन से समाज में एक बड़ी रिक्तता पैदा हो गई है, जिसे भरना मुश्किल है।
इनके निधन पर सामाजिक, राजनीतिक,सांस्कृतिक एवं धर्माथियो ने उनके निधन पर शोक प्रकट किया है और उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है। महावीर मंदिर ट्रस्ट और उनके द्वारा शुरू की गई कई धार्मिक और सामाजिक परियोजनाएं उनके योगदान की साक्षी हैं।
किशोर कुणाल का जीवन आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणास्रोत रहेगा। उनके आदर्श और कार्य सदैव याद किए जाएंगे।
आज कोनहारा घाट पर इनका अंत्येष्टि होगा।इनके पुत्र सायन कुणाल मुखाग्नि देंगे।अंत्येष्टि मे कई नामचीन हस्तियों के शामिल होने की खबर है