MUZAFFARPUR : एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई, जहां खेल-खेल में डेढ़ वर्षीय बच्चे ने 2 इंच की कील निगल ली। सीतामढ़ी के अनुज कुमार के बेटे दिव्यांश कुमार की हालत बिगड़ने पर परिजन उसे तुरंत एक निजी अस्पताल लेकर गए। वहां ऑपरेशन का खर्च 2 लाख रुपए से अधिक बताया गया, जिसे सुनकर परिवार परेशान हो गया।
इसके बाद परिजन बच्चे को लेकर एसकेएमसीएच (श्रीकृष्ण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल) पहुंचे। यहां पीडियाट्रिक सर्जरी विभागाध्यक्ष डॉ. आशुतोष कुमार ने बच्चे का एक्स-रे कराया। रिपोर्ट में कील पेट में फंसी दिखाई दी, जिसके बाद तुरंत ऑपरेशन की जरूरत बताई गई।
एसकेएमसीएच के सुपर स्पेशियलिटी ब्लॉक में करीब डेढ़ घंटे चले ऑपरेशन के बाद डॉक्टरों ने बच्चे के पेट से कील सफलतापूर्वक निकाल ली। यह ऑपरेशन पूरी तरह मुफ्त में किया गया।
डॉ. आशुतोष कुमार ने बताया कि समय पर लाए जाने के कारण बच्चे की जान बच गई। फिलहाल उसकी स्थिति स्थिर है और वह तेजी से स्वस्थ हो रहा है। एसकेएमसीएच में ऐसे मामलों में विशेषज्ञ इलाज की सुविधा उपलब्ध होने से गरीब परिवारों को राहत मिलती है।
दिव्यांश के मामले ने एक बार फिर एसकेएमसीएच की चिकित्सा सेवाओं की गुणवत्ता को साबित किया है। निजी अस्पतालों की ऊंची फीस के बीच एसकेएमसीएच में मुफ्त इलाज ने परिवार को बड़ी राहत दी।