बिहार लोक सेवा आयोग (बीपीएससी) ने उस पर भ्रष्टाचार और परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप लगाने वाले कोचिंग संचालकों के खिलाफ सख्त कदम उठाने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग ने खान सर, गुरु रहमान, शिक्षक रमांशु समेत कई कोचिंग संचालकों को नोटिस भेजा है।
नोटिस में इनसे भ्रष्टाचार और अन्य आरोपों के संबंध में साक्ष्य मांगे गए हैं। सभी को नोटिस प्राप्त होने के एक सप्ताह के भीतर जवाब देने का निर्देश दिया गया है। यदि समय पर जवाब नहीं दिया गया, तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। आयोग ने स्पष्ट किया है कि आरोपों के आधार पर सबूत नहीं मिलने पर कोचिंग संचालकों पर कड़ी कार्रवाई होगी।
इन शिक्षकों पर आयोग के खिलाफ अफवाहें फैलाने, नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया को गलत ढंग से प्रस्तुत करने और अभ्यर्थियों को गुमराह करने के आरोप लगाए गए हैं।
इससे पहले जनसुराज के संस्थापक प्रशांत किशोर को भी बीपीएससी ने नोटिस भेजा था। उनके द्वारा यूट्यूब पर दिए गए बयानों को आधार बनाकर उनसे साक्ष्य मांगा गया है। आयोग ने उनके आरोपों, जैसे नौकरियों में पैसे लेने और सीट बेचने की बात का प्रमाण पेश करने का निर्देश दिया है।
आयोग के सचिव सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि जिन लोगों ने बिना प्रमाण के भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं, उनके खिलाफ आयोग की कानूनी टीम द्वारा आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।