दिल्ली के कर्तव्य पथ पर इस गणतंत्र दिवस पर बिहार की समृद्ध परंपरा, ज्ञान और शांति का अद्भुत प्रदर्शन देखने को मिलेगा। रक्षा मंत्रालय द्वारा चुनी गई थीम ‘स्वर्णिम भारत: विरासत और विकास’ के अंतर्गत बिहार की झांकी को शामिल किया गया है।
इस झांकी में भगवान बुद्ध की भव्य मूर्ति को प्रमुखता से प्रदर्शित किया जाएगा, जो बिहार के राजगीर स्थित घोड़ाकटोरा जलाशय में स्थापित है। यह 70 फीट ऊंची मूर्ति 2018 में एक ही पत्थर से तैयार की गई थी और इको-टूरिज्म के क्षेत्र में एक विशेष आकर्षण बन चुकी है। हर साल लाखों पर्यटक इस स्थान की ओर आकर्षित होते हैं।
बिहार सरकार की ओर से झांकी के माध्यम से नालंदा की प्राचीन विरासत और शिक्षा के क्षेत्र में इसके ऐतिहासिक योगदान को भी उजागर किया जाएगा। इसके साथ ही, नालंदा विश्वविद्यालय की स्थापना और राज्य को शिक्षा के वैश्विक मानचित्र पर पुनः स्थापित करने के प्रयास को भी झांकी में दर्शाया गया है।
यह जानकारी सूचना एवं जनसंपर्क मंत्री महेश्वर हजारी ने मंगलवार को संवाददाताओं से बातचीत में दी। उन्होंने कहा कि आठ वर्षों बाद बिहार की झांकी गणतंत्र दिवस परेड का हिस्सा बन रही है, जो राज्य के लिए गर्व का विषय है।