रविवार की दोपहर प्रयागराज महाकुंभ के मेला क्षेत्र में सेक्टर 19 स्थित रेलवे पुल के नीचे भीषण आग लगने से अफरा-तफरी मच गई। गीता प्रेस गोरखपुर के शिविर में लगी आग ने तेजी से विकराल रूप धारण कर लिया, जिससे आसपास के टेंट भी जलकर खाक हो गए। आग लगने के बाद सिलेंडरों के फटने की आवाजें सुनाई दीं, जिससे इलाके में भगदड़ मच गई। इस घटना में गृहस्थी का सामान जलकर नष्ट हो गया, जबकि भगदड़ में एक व्यक्ति घायल हो गया। राहत की बात यह रही कि कोई जनहानि नहीं हुई।
आग का कारण और प्रशासन की प्रतिक्रिया
प्रारंभिक जांच के अनुसार, आग सिलेंडर लीक होने के कारण लगी। हालांकि, कुछ लोगों ने बताया कि चिंगारी के कारण आग भड़की। घटना की जानकारी मिलते ही फायर ब्रिगेड, एनडीआरएफ, और अन्य रेस्क्यू दल मौके पर पहुंचे और करीब डेढ़ घंटे के भीतर आग पर काबू पा लिया गया।
डीआईजी वैभव कृष्ण ने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की और कहा कि स्थिति नियंत्रण में है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, जो प्रयागराज में ही मौजूद थे, ने तुरंत राहत कार्य शुरू करने और घटना स्थल पर जाने के निर्देश दिए। सीएम योगी खुद भी मौके पर पहुंचे और स्थिति का जायजा लिया।
राहत और पुनर्वास कार्य
आग के कारण दर्जनों टेंट जलकर राख हो गए, जिसके चलते प्रभावित लोगों के लिए नए टेंट सिटी का इंतजाम किया जा रहा है। केंद्रीय अस्पताल और एसआरएन अस्पताल को अलर्ट पर रखा गया। बर्न के मरीजों के लिए विशेष बेड बढ़ाए गए, और 10 अतिरिक्त डॉक्टरों को तैनात किया गया।
फायर ब्रिगेड की चार बड़ी गाड़ियां और आठ बुलेट वाहनों को आग बुझाने के काम में लगाया गया। मेलाधिकारी और एसएसपी कुम्भ सहित तमाम वरिष्ठ अधिकारी राहत और बचाव कार्य की निगरानी के लिए मौके पर मौजूद रहे।
इस घटना ने महाकुंभ की सुरक्षा तैयारियों पर सवाल खड़े कर दिए हैं, लेकिन प्रशासन की त्वरित कार्रवाई ने स्थिति को नियंत्रित कर लिया।