हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा (HAM) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी हाल ही में अपनी नाराजगी के कारण सुर्खियों में रहे। झारखंड और दिल्ली चुनावों में पार्टी को सीट न मिलने की वजह से उनकी असंतुष्टि सामने आई। इसी बीच, कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि जीतन राम मांझी ने कैबिनेट से इस्तीफा देने की बात कही है।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने स्पष्ट किया कि उनके बयान को गलत तरीके से प्रस्तुत किया गया है। उन्होंने कहा, “कुछ वेब पोर्टल और समाचार चैनल भ्रम फैलाने का प्रयास कर रहे हैं। मैंने मुंगेर की सभा में केवल यह कहा था कि सभा में देरी होने से मेरी फ्लाइट छूट सकती है, जिससे मुझे कैबिनेट छोड़ना पड़ सकता है। यह केवल एक संदर्भ था, न कि इस्तीफा देने की घोषणा।”
मांझी ने यह भी कहा, “मैं मरते दम तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी का साथ नहीं छोड़ूंगा। देश और बिहार के हित में हम कार्य कर रहे हैं, लेकिन कुछ मीडिया समूह विपक्ष के इशारे पर हमें बांटने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे लोगों को चेतावनी देता हूं कि वे सचेत हो जाएं, वरना मैं न्यायालय और प्रेस काउंसिल में शिकायत दर्ज कराऊंगा।”
मुंगेर में आयोजित भूइयां-मुसहर सम्मेलन में मांझी ने अपनी पार्टी को झारखंड और दिल्ली चुनावों में सीट न मिलने पर नाराजगी जताई। उन्होंने कहा, “यह अन्याय है। जब हमारे पास जनसमर्थन और वोट हैं, तो हमें सीट क्यों नहीं दी गई? हमारा अस्तित्व है और उसके अनुरूप हमें सम्मान मिलना चाहिए। अगर हमारी बात नहीं सुनी गई, तो मुझे कैबिनेट छोड़ने का विचार करना पड़ेगा।”
जीतन राम मांझी ने इन मुद्दों पर अपनी नाराजगी तो जाहिर की, लेकिन साथ ही यह भी स्पष्ट कर दिया कि उनका समर्थन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रति अडिग है।