लालू यादव को ‘फादर ऑफ क्राइम’ कहने पर गरमाई सियासत, नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी
बिहार में राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को लेकर सियासी घमासान तेज हो गया है। बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने लालू यादव को ‘फादर ऑफ क्राइम’ कहते हुए बयान दिया कि उन्हें इस नाम से सम्मानित किया जाना चाहिए। इस विवादित बयान के बाद विभिन्न राजनीतिक दलों के नेताओं की प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं।
बीजेपी नेताओं का समर्थन
बिहार सरकार के मंत्री संतोष सिंह ने दिलीप जायसवाल के बयान का समर्थन करते हुए कहा, “लालू प्रसाद यादव को ‘फादर ऑफ क्राइम’ का पुरस्कार जरूर मिलना चाहिए। अगर संविधान में ऐसा कोई प्रावधान नहीं है, तो इसे लागू करना चाहिए क्योंकि लालू यादव ने इतिहास को दागदार बना दिया है।”
उन्होंने आगे कहा कि लालू यादव के शासनकाल के कारण बिहार में जंगलराज की स्थिति पैदा हुई, जिसे देख आज भी लोग राज्य आने से डरते हैं। उन्होंने यह भी जोड़ा कि बीजेपी अध्यक्ष की टिप्पणी पूरी तरह उचित है।
जेडीयू की प्रतिक्रिया
जेडीयू के प्रवक्ता नीरज कुमार ने इसे सही ठहराते हुए कहा, “सच कड़वा होता है। माननीय उच्च न्यायालय ने भी लालू-राबड़ी शासनकाल को जंगलराज कहा था। अगर अपराध के क्षेत्र में विशेष योगदान के लिए कोई पुरस्कार होगा, तो लालू यादव को जरूर चयनित किया जाएगा।”
राजद का पलटवार
राजद प्रवक्ता शक्ति सिंह ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “क्राइम के ‘ग्रैंड फादर’ तो भाजपा के शीर्ष नेता ही हैं। गुजरात और मालेगांव जैसी घटनाएं इसका उदाहरण हैं। अगर कोई पुरस्कार मिलना चाहिए, तो वह भाजपा नेताओं को ही दिया जाना चाहिए।”
दिलीप जायसवाल का बयान
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने एनडीए के संयुक्त कार्यकर्ता सम्मेलन में कहा, “लालू यादव के शासनकाल में अपराध का ऐसा दौर शुरू हुआ, जिसे समाप्त करना आज भी चुनौती है। उन्होंने अपराध को जन्म देने वाले संस्कार छोड़े हैं। अगर कोई ‘फादर ऑफ क्राइम’ का पुरस्कार हो, तो यह निश्चित रूप से लालू यादव को मिलना चाहिए।”
इस बयान के बाद बिहार की सियासत में नया विवाद खड़ा हो गया है। विपक्षी दल जहां इसे बीजेपी की सोची-समझी रणनीति बता रहे हैं, वहीं एनडीए नेता इसे सच का आईना कह रहे हैं।