म्यूटेशन मामलों के निष्पादन में लापरवाही और शिथिलता को गंभीरता से लेते हुए जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने कांटी अंचल के राजस्व कर्मचारी अजीत कुमार को निलंबित कर दिया है। इसके साथ ही, अंचल अधिकारी कांटी को आदेश दिया है कि वे राजस्व कर्मचारी के खिलाफ प्रपत्र ‘क’ गठित कर, डीसीएलआर पश्चिम के माध्यम से इसे अविलंब उपलब्ध कराएं, ताकि विभागीय कार्यवाही शुरू की जा सके।
जिलाधिकारी ने कांटी अंचल का 27 जनवरी को भ्रमण किया था, जहां उन्होंने म्यूटेशन मामलों की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान यह पाया गया कि हल्का साइन और हल्का बहुआरा में दाखिल खारिज के मामलों की संख्या 75 दिनों से अधिक समय से लंबित है। इस लापरवाही के लिए श्री अजीत कुमार को जिम्मेदार ठहराया गया है, जिन्होंने न केवल राजस्व कार्यों में लापरवाही बरती, बल्कि अंचल अधिकारी को गुमराह करने और भ्रामक रिपोर्ट देने की कोशिश भी की। इसके अलावा, उन्होंने परिमार्जन कार्यों में जानबूझकर लापरवाही की और जमाबंदी पंजी की प्रतियां स्पष्ट रूप से अपलोड नहीं कीं।
जिलाधिकारी ने इस गंभीर मामले को देखते हुए तत्काल प्रभाव से श्री अजीत कुमार को निलंबित कर दिया। उन्होंने कहा कि सरकारी कार्यों में किसी भी प्रकार की लापरवाही और जनता के हितों की अनदेखी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी अधिकारियों और कर्मचारियों को सरकारी कार्यों को विभागीय प्रावधान के अनुरूप पूरी जिम्मेदारी से ससमय निष्पादित करने का निर्देश दिया गया है।
जिलाधिकारी ने जिले में म्यूटेशन मामलों के निष्पादन में उल्लेखनीय प्रगति की है। मुरौल, पारु, मरवन, साहेबगंज, बंदरा, सकरा, कटरा और गायघाट में म्यूटेशन मामलों का निष्पादन क्रमशः 96%, 95%, 91%, 91%, 90%, 89%, 87% और 86% तक किया गया है। जिलाधिकारी नियमित रूप से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और अंचल दौरे के जरिए म्यूटेशन मामलों का निष्पादन सुनिश्चित कर रहे हैं।