वरिष्ठ नौकरशाह ज्ञानेश कुमार को भारत के नए मुख्य चुनाव आयुक्त के रूप में नियुक्त किया गया है। वह निवर्तमान मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार का स्थान लेंगे। 1988 बैच के केरल कैडर के आईएएस अधिकारी ज्ञानेश कुमार मार्च 2023 से चुनाव आयुक्त के रूप में कार्यरत थे। उनकी नियुक्ति को लेकर सोमवार दोपहर तीन सदस्यीय चयन समिति की बैठक हुई थी।
नए कानून के तहत नियुक्त होने वाले पहले मुख्य चुनाव आयुक्त
ज्ञानेश कुमार को नए कानून के तहत नियुक्त किया गया है, जिसमें मुख्य न्यायाधीश की जगह गृह मंत्री को चयन समिति में शामिल किया गया है। इस समिति में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल और विपक्ष के नेता राहुल गांधी शामिल थे। समिति द्वारा उनके नाम को अंतिम रूप देने के बाद राष्ट्रपति को सिफारिश भेजी गई।
कांग्रेस ने नियुक्ति प्रक्रिया पर उठाए सवाल
कांग्रेस पार्टी ने इस नियुक्ति को टालने की मांग की थी। पार्टी का कहना था कि सुप्रीम कोर्ट में इस मामले पर सुनवाई लंबित है, इसलिए नियुक्ति की प्रक्रिया तब तक रोकी जानी चाहिए थी। हालांकि, इसके बावजूद चयन समिति की बैठक आयोजित हुई, जिसमें राहुल गांधी ने भी भाग लिया।
ज्ञानेश कुमार का प्रशासनिक अनुभव
61 वर्षीय ज्ञानेश कुमार इससे पहले केंद्रीय गृह मंत्रालय में महत्वपूर्ण जिम्मेदारियों का निर्वहन कर चुके हैं। अगस्त 2019 में जब अनुच्छेद 370 को समाप्त कर जम्मू-कश्मीर को दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किया गया था, तब वह गृह मंत्रालय के कश्मीर प्रभाग में संयुक्त सचिव के रूप में कार्यरत थे और इस विधेयक के मसौदे में उनकी भूमिका अहम थी।
इसके अलावा, एक साल बाद गृह मंत्रालय में अतिरिक्त सचिव के तौर पर उन्होंने अयोध्या में राम मंदिर से जुड़े सुप्रीम कोर्ट के मामले से संबंधित दस्तावेजों को संभालने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।