बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं पीटी परीक्षा को रद्द कर दोबारा आयोजित करने की मांग को लेकर अभ्यर्थियों का विरोध प्रदर्शन लगातार जारी है। इसी बीच, BPSC ने मुख्य परीक्षा की तारीख घोषित कर दी है, जिससे छात्रों में नाराजगी और बढ़ गई है।
पटना के प्रसिद्ध कोचिंग शिक्षक खान सर ने आयोग के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा कि जब-जब BPSC पर दबाव बढ़ता है, वह नोटिस जारी कर देता है। बीते तीन दिनों में आयोग ने तीन अलग-अलग नोटिस जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि परीक्षा से जुड़ा मामला पटना हाई कोर्ट में लंबित है, फिर भी आयोग इतनी जल्दबाजी क्यों दिखा रहा है? उन्होंने विश्वास जताया कि अदालत आंदोलन कर रहे छात्रों के पक्ष में फैसला सुनाएगी और आयोग को पुनः परीक्षा आयोजित करनी पड़ेगी।
खान सर ने बुधवार को एक मीडिया चैनल से बातचीत में कहा कि जब मामला न्यायालय में विचाराधीन है, तो BPSC को कोई भी आधिकारिक नोटिफिकेशन जारी नहीं करना चाहिए था। उन्होंने आरोप लगाया कि आयोग का अहंकार जल्द ही हाई कोर्ट के फैसले से टूटेगा और छात्रों को उनका हक मिलेगा।
दूसरी ओर, BPSC ने मंगलवार को एक नोटिस जारी कर आयोग की छवि धूमिल करने के आरोप में 13 अभ्यर्थियों पर कार्रवाई की है। इनमें से एक उम्मीदवार को आजीवन प्रतिबंधित कर दिया गया है, जबकि 12 अन्य अभ्यर्थियों पर तीन साल की रोक लगाई गई है।
गौरतलब है कि 13 दिसंबर को हुई BPSC 70वीं प्रारंभिक परीक्षा में अनियमितताओं के आरोप लगे थे, जिसके बाद अभ्यर्थी बीते तीन महीनों से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। कई कोचिंग शिक्षकों ने भी इस आंदोलन को समर्थन दिया है। छात्रों की मांग है कि प्रारंभिक परीक्षा को रद्द कर नए सिरे से पुनः आयोजित किया जाए। हालांकि, आयोग ने परीक्षा के नतीजे जारी कर दिए हैं और 25 अप्रैल से मुख्य परीक्षा आयोजित करने की घोषणा भी कर दी है।