मुजफ्फरपुर, बिहार — मुजफ्फरपुर जिले के बहुप्रतीक्षित पताही एयरपोर्ट को लेकर तैयारियों ने रफ्तार पकड़ ली है। एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया (AAI), नई दिल्ली के वरिष्ठ अधिकारियों की एक टीम ने शनिवार को पताही एयरपोर्ट का स्थलीय भ्रमण किया और स्थल की वस्तुस्थिति का सूक्ष्म निरीक्षण कर विभिन्न पहलुओं का आकलन किया।
स्थल भ्रमण में शामिल रहे कई वरिष्ठ अधिकारी
इस तकनीकी टीम में एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया से श्री अनिल कुमार सागर (DGM, प्लानिंग), श्री चंदन कुमार (DGM, सिविल), श्री असीम भट्टाचार्य (DGM, C&S), श्री रोहन महेश्वरी (मैनेजर, आर्किटेक्चर), श्री दिनेश कुमार (मैनेजर, ATM) तथा श्री अजय कुमार (मैनेजर, OPS) शामिल थे।
टीम ने मौके पर मौजूद जिला भू-अर्जन पदाधिकारी, भूमि सुधार उपसमाहर्ता (पूर्वी) और अनुमंडल पदाधिकारी (पूर्वी) से भी आवश्यक जानकारी एवं फीडबैक प्राप्त किया।
निरीक्षण में किन बिंदुओं का किया गया मूल्यांकन?
टीम ने एयरपोर्ट परिसर में उपस्थित विभिन्न संरचनाओं का भौतिक सत्यापन किया, जिसमें मुख्य रूप से निम्नलिखित बिंदुओं का गहन अध्ययन किया गया:
• उपलब्ध भूमि (वर्तमान में 101 एकड़)
• रनवे की दिशा और लंबाई
• टेकऑफ एवं लैंडिंग की संभावनाएं
• एयरपोर्ट की परिधि में सड़क और बसावट की स्थिति
• सुरक्षा एवं संरचनात्मक प्रावधान
• पर्यावरणीय और तकनीकी संतुलन
निरीक्षण के दौरान टीम ने महत्वपूर्ण वीडियो व फोटो डॉक्यूमेंटेशन भी किया, जिसे रिपोर्ट में संलग्न किया जाएगा।
किन क्षेत्रों में फैला है पताही एयरपोर्ट?
पताही एयरपोर्ट, मुसहरी, मरवन और कांटी अंचल के अंतर्गत आता है। यह एयरपोर्ट क्षेत्र मुजफ्फरपुर का केंद्रबिंदु है, जहां ऐतिहासिक, धार्मिक एवं व्यावसायिक दृष्टि से बड़ी संभावना देखी जा रही है।
पैसेंजर संभावना पर भी डाली गई नजर
टीम ने मुजफ्फरपुर जिले के ऐतिहासिक, धार्मिक और व्यापारिक महत्व का भी जायजा लिया, ताकि यह आकलन किया जा सके कि एयरपोर्ट शुरू होने के बाद कितनी संख्या में यात्री इससे लाभान्वित हो सकते हैं। संभावित उड़ानों और यात्री ट्रैफिक को ध्यान में रखते हुए, एक प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार की जाएगी।
जिलाधिकारी का बयान
मुजफ्फरपुर के जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा: “पताही एयरपोर्ट के बन जाने तथा नियमित उड़ान सेवाएं शुरू होने से सिर्फ मुजफ्फरपुर ही नहीं, बल्कि आस-पास के जिलों के लाखों लोगों को राजधानी पटना, दिल्ली, मुंबई जैसे शहरों तक पहुंचने में सहूलियत होगी। इससे क्षेत्र के विकास को गति मिलेगी और रोजगार के अवसर भी उत्पन्न होंगे।”
आगे की प्रक्रिया
निरीक्षण के उपरांत टीम द्वारा एक विस्तृत प्लानिंग तैयार कर रिपोर्ट को सरकार के समक्ष प्रस्तुत किया जाएगा। उसी आधार पर निर्माण कार्य और उड़ान योजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।
इस एयरपोर्ट के शुरू होने से उत्तर बिहार को देश के बड़े शहरों से जोड़ने का सपना जल्द ही साकार हो सकता है।