राजधानी पटना के जयप्रकाश नारायण अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर यात्रियों के लिए बड़ी सुविधा की शुरुआत होने जा रही है। नए टर्मिनल भवन का संचालन कल सुबह से आधिकारिक रूप से शुरू हो जाएगा, जबकि वर्तमान में उपयोग में आ रहा पुराना टर्मिनल भवन आज मध्यरात्रि से बंद कर दिया जाएगा।
हवाई यात्रियों की बढ़ती संख्या और अत्याधुनिक सुविधाओं की जरूरत को देखते हुए बनाए गए नए टर्मिनल भवन में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं पूर्ण कर ली गई हैं। इसका उद्देश्य यात्रियों को विश्वस्तरीय सुविधाएं उपलब्ध कराना और भीड़-भाड़ से राहत देना है।
प्रशासनिक अधिकारियों ने लिया जायजा
नए टर्मिनल के संचालन से पूर्व, आज दिन में बिहार सरकार के अपर मुख्य सचिव (कैबिनेट) डॉ. एस. सिद्धार्थ ने पटना एयरपोर्ट पहुंचकर व्यवस्थाओं का निरीक्षण किया। उनके साथ पटना प्रमंडल आयुक्त, जिलाधिकारी पटना, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक समेत अन्य प्रशासनिक व तकनीकी अधिकारी भी मौजूद रहे।
निरीक्षण के दौरान डॉ. एस. सिद्धार्थ ने एयरपोर्ट प्रशासन और अन्य संबंधित विभागों को निर्देश दिए कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो, इसके लिए आपसी समन्वय और सक्रिय निगरानी अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए। उन्होंने कहा कि “नया टर्मिनल भवन राजधानी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, और हमें इसका संचालन बेहद दक्षता और सावधानी के साथ करना होगा।”
नया टर्मिनल: सुविधाओं की झलक
पटना हवाई अड्डे के नए टर्मिनल भवन को आधुनिक तकनीक से सुसज्जित किया गया है। इसमें बड़ी प्रतीक्षा कक्ष, डिजिटल चेक-इन काउंटर, स्वचालित सुरक्षा जांच, अत्याधुनिक बैगेज सिस्टम और यात्रियों के लिए विश्रामगृह जैसी तमाम सुविधाएं शामिल हैं। इसके अलावा, टर्मिनल भवन की वास्तुकला में बिहार की सांस्कृतिक झलक को भी समाहित किया गया है।
प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि जो यात्री 3 जून 2025 की सुबह या उसके बाद फ्लाइट लेने वाले हैं, वे नए टर्मिनल भवन पर ही पहुंचे। एयरपोर्ट की ओर से जगह-जगह दिशा-सूचक बोर्ड और सहायता केंद्र भी लगाए जा रहे हैं ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की कठिनाई न हो।
नया टर्मिनल न सिर्फ राज्य की राजधानी के हवाई संपर्क को और बेहतर बनाएगा, बल्कि इसके जरिए आने वाले वर्षों में अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संख्या बढ़ाने की दिशा में भी कदम बढ़ाया जा सकेगा।
अब पटना हवाई अड्डा यात्रियों के लिए और अधिक सुव्यवस्थित, आधुनिक और सुविधा संपन्न बनने जा रहा है, जिससे पूरे बिहार को लाभ मिलेगा।