श्रीकांत प्रत्युष जैसे पत्रकार पर हर पत्रकारों को गर्व है – सुरक्षाकर्मियों को नहीं बताया कि वह डीजीपी के भाई हैं।

Pratyush Shrikant

तस्वीर गांधी मैदान के गेट नंबर 4ए की है। कल गांधी मैदान में आयोजित संकल्प रैली के कवरेज के लिए जनतंत्र टीवी के रेजिडेंट एडिटर (बिहार-झारखंड) एंव सिटी पोस्ट लाइव के एडिटर इन चीफ श्रीकांत प्रत्यूष भी पहुंचे थे। गेट पर सुरक्षाकर्मियों ने रोका और जांच करने लगे।

पीछे से किसी दूसरे पत्रकार ने कहा अरे यह तो एक बड़े पुलिस अधिकारी के भाई हैं इसके बावजूद न सिर्फ श्रीकांत प्रत्यूष जांच में सहयोग करते रहे बल्कि सुरक्षाकर्मी भी अपना काम करता रहा और पूरी जांच पड़ताल के बाद हीं इन वरिष्ठ पत्रकार को अंदर जाने दिया। मेरे लिए जांच करने वाले सुरक्षाकर्मी भी महान हैं और जांच में सहयोग करने वाले वरिष्ठ पत्रकार श्रीकांत प्रत्यूष भी क्योंकि दोनों ने अपना काम और अपनी जिम्मेवारी समझी। आज कल मामूली लोग भी पुलिसवालों और दूसरे लोगों पर धौंस जमाते चलते हैं।

श्रीकांत को बिहार में पत्रकारिता का चेहरा जाना जाता हैं ये जी न्यूज के लिए कई वर्ष तक कार्य कर चुके हैं। ऐसे महान पत्रकार को मुजफ्फरपुर नाउ का सलाम।

 

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