इन दिनों एक तरफ विपक्ष लगातार सरकार और सेना को सवालों के कटघरे में खड़ा कर भारतीय वायुसेना द्वारा की गई पाकिस्तान की सर्जिकल स्ट्राइक का सबूत मांग रहा है तो वहीं राजनेताओं के साथ-साथ सोशल मीडिया पर भी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाकर लोग सबूतों की बात कर रहे हैं.
हालांकि बॉलीवुड इस मामले में खुलकर सामने आया और कई बड़े स्टार्स ने सोशल मीडिया पर नेताओं को लताड़ते हुए कहा कि कम से कम भारत के वीर जवानों की बहादुरी और उनकी वीरता पर राजनीति ना करें.
और अब इस मामले में बॉलीवुड अभिनेता अक्षय कुमार ने सेना से सबूत मांगने के सवाल पर कहा कि देश के वीर अपना जीवन देश पर क़ुर्बान करते हैं. ऐसे में सबूत मांगना ग़लत है. उन्होंने कहा, ”मुझे सबूत नहीं चाहिए और उम्मीद करता हूं, बाक़ी लोग भी ऐसा ना करें. देश के वीर जवान जो अपना सुख सुकून छोड़कर हमारी सुरक्षा करते हैं ताकि हम अपने घरों में चैन की नींद सो सकें. ऐसे में उन जवानों की वीरता का हम सबूत कैसे मांग सकते हैं”.
अक्षय कुमार ने बातचीत को आगे बढ़ाते हुए कहा कि वह भारत के वीर के ज़रिए लगातार देश के लिए शहीद हुए परिवारों की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं. अभी तक वह क़रीब 600 शहीदों के परिवार की मदद कर चुके हैं और हर शहीद के परिवार को 15 लाख की मदद दी गई है. अब हम उम्मीद कर रहे हैं कि कारगिल युद्ध या दूसरी लड़ाई में जो देश के वीर विकलांग हुए हैं और अब विकलांग ज़िंदगी जी रहे हैं, हमारी कोशिश है कि हम भारत के वीर के जरिए विकलांग सैनिकों से भी जुड़ें और उनकी भी मदद करें, इस बारे में सरकार से भी हमारी बातचीत चल रही है.
अक्षय कुमार ने इस बातचीत के दौरान केसरी की शूटिंग के दौरान के किस्से शेयर करते हुए बताया कि जब वह फ़िल्म की शूटिंग कर रहे थे तब उन्हें एहसास हुआ कि जब एक सैनिक को लड़ाई के दौरान गोली लगती है तो मौत और उस एक मिनट में सैनिक कैसा महसूस करता है.
उन्होंने कहा कि यह मैं महसूस कर सका कि जब वह शहीद हमारी सुरक्षा के लिए गोली खाकर मौत के मुंह में पहुंचता है तो उसके दिमाग़ में एक साथ कितने और कैसे ख़्याल आते होंगे. इसके साथ ही अक्षय कुमार कहते है कि उनकी फ़िल्म केसरी देश के वीर जवानों को डेडिकेटेड हैं.
Input : News18