लोकतंत्र में एक-एक वोट की कीमत है और चुनाव आयोग इसका ध्यान रखती है कि कोई वोटर को वोटिंग में असुविधा न हो. इस लिए चुनाव आयोग ने ऐसी जगह पर भी पोलिंग बूथ बनाया है, जहां पर सिर्फ एक वोटर है. अरुणाचल प्रदेश के ह्यूलियांग विधानसभा के एक बूथ पर सिर्फ एक मतदाता है जो 11 अप्रैल को राज्य में होने वाले विधानसभा और लोकसभा चुनाव के लिए वोट डालेंगी. पिछले लोकसभा चुनाव में इसी बूथ पर सिर्फ दो वोटरों ने वोट डाला था.
अरुणाचल ईस्ट लोकसभा क्षेत्र में आने वाले इस बूथ के बारे में राज्य के मुख्य चुनाव अधिकारी ने आधिकारिक रूप से भी सूचना दी थी. उन्होंने कहा था कि मालोगाम विधानसभा क्षेत्र के एक बूथ पर केवल एक वोटर है.
इसके लिए वहां एक अस्थायी पोलिंग स्टेशन निर्मित किया गया है. यह भारत का सबसे छोटा पोलिंग बूथ है. मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश बीजेपी ने भी ट्वीट कर इसी तथ्य का हवाला देते हुए एक-एक वोट के कीमती होने की बात कही है. बीजेपी ने लिखा है कि लोकतंत्र की शक्ति उसके वोटर में होती है. अरुणाचल के मालोगाम गांव में 45 -ह्यूलियांग एलएसी में सिर्फ एक वोटर है और हर वोट गिना जाता है.
लोकसभा चुनाव की सभी सीटों के लिए अरुणाचल में सात चरणों में वोट डाले जायेंगे. भारत के बड़े राज्यों में से एक अरुणाचल प्रदेश में सिर्फ दो लोकसभा सीटें हैं. 2014 के चुनाव में कांग्रेस और भाजपा ने 1-1 सीटें जीती थीं. बीते साल 31 दिसंबर को सत्तारूढ़ पार्टी पीपुल्स पार्टी ऑफ अरुणाचल के 43 में से 33 ने विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था. इसके बाद यहां भाजपा की सरकार बनी थी.
महिलाओं के लिए बने 11 पोलिंग बूथ
राज्य में आगामी चुनावों के लिए तकरीबन 7.94 लाख मतदाता दो लोकसभा ओर 60 विधानसभा सीटों के लिए अपने मताधिकार प्रयोग करेंगे. भारत के इस सीमावर्ती पहाड़ी प्रदेश में कुल 2202 पोलिंग स्टेशन हैं. जहां लोस व विस चुनाव होने हैं.
99.97 प्रतिशत वोटरों को मिला पहचान पत्र
अरुणाचल प्रदेश विधानसभा में तकरीबन 99.97 प्रतिशत वोटरों को निर्वाचन मतदाता पहचान पत्र उपलब्ध कराया जा चुका है. वहीं इस बार 11 पोलिंग बूथ केवल महिला वोटरों के लिए बनाये गये हैं. राज्य में 11 जुलाई को पहले ही चरण में लोकसभा और विधानसभा चुनाव आयोजित कराये जायेंगे.
Input : Prabhat Khabar