लोकसभा चुनावों को लेकर विपक्षी महागठबंधन की धुरी बने चारा घोटाले के चार मामलों के सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव के वार्ड में मंगलवार को एक बार फिर पु’लिस ने छापेमारी की। इस बार बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार द्वारा जेल से लालू प्रसाद यादव द्वारा चुनाव को प्रभावित करने के आ’रोप के बाद पु’लिस रेस हुई। जानकारी मिलने के बाद आनन-फानन में सदर डीएसपी की अगुआई में पुलिस बल ने रिम्स में लालू के पेइंग वार्ड की गहन तलाशी ली।
नीतीश कुमार के बयानबाजी के बाद रिम्स में जेल की अभिरक्षा में इलाजरत बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के पेइंग वार्ड का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण करने झारखंड पुलिस के एसपी सुजाता वीणापाणि, सदर डीएसपी दीपक कुमार पांडेय, बरियातू थानेदार संजीव कुमार सहित अन्य पहुंचे थे। पूरे वार्ड को खंगाला गया। कोने-कोने की गहनता से तलाशी ली। लेकिन कहीं से न मोबाइल मिला, न कोई आपत्तिजनक सामान ही बरामद किया गया।
बता दें कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा था कि लालू प्रसाद यादव रिम्स मेें जेल की अभिरक्षा में रहते हुए मोबाइल फोन का इस्तेमाल कर राजनीति कर रहे हैं। इस बयानबाजी के बाद हरकत में आई पुलिस ने पूरे वार्ड को खंगाल लिया, लेकिन खाली हाथ लौटना पड़ा। बता दें कि लालू प्रसाद यादव चारा घोटाला के मामले में सजा काट रहे हैं। पहली बार वे लोकसभा चुनाव के प्रचार से दूर हैं।
अफवाह भी खूब फैलाई जा रही हैं। मंगलवार को आधे घंटे तक लालू प्रसाद यादव का वार्ड खंगाला गया। वहां न मोबाइल मिला और न ही कोई आपत्तिजनक वस्तु मिली।– वीरेंद्र भूषण, आइजी, जेल।
इधर लालू प्रसाद यादव के बेटे, बिहार में नेता प्रतिपक्ष और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने मंगलवार को कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार बगैर आधार के उनके पिता लालू प्रसाद यादव के बारे में वक्तव्य दे रहे हैैं। नीतीश कुमार ने कहा है कि लालू प्रसाद जेल से मोबाइल फोन पर चुनाव के बारे में संबंधित लोगों से बात कर रहे हैैं। तेजस्वी ने कहा कि यह निराधार बात है।
झारखंड के जेल आइजी ने साफ कहा है कि लालू प्रसाद यादव के पास जांच के दौरान कोई मोबाइल नहीं मिला। ऐसे में किन सबूतों के आधार पर नीतीश कुमार ऐसी बात कह रहे हैैं। असल में यह प्लाट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए तैयार किया गया। तय था कि अपनी गया की चुनावी सभा में इस पर कुछ बोलेंगे।
पहले भी हुई तलाशी, चुनाव प्रभावित करने का आरोप
रांची के रिम्स में अपनी गंभीर बीमारियों का इलाज करा रहे लालू प्रसाद यादव पर पहले भी लोकसभा चुनाव को लेकर रणनीति बनाने और जेल से ही नेताओं को निर्देश देने के आरोप लगे हैं। इससे पहले भी शनिवार को सदर डीएसपी दीपक पांडेय की अगुआई में पुलिस टीम ने उनके पेइंग वार्ड के कमरे ए 11 की गहन जांच की थी।
रांची के रिम्स में भर्ती लालू प्रसाद यादव के वार्ड की जांच करती झारखंड पुलिस।
लालू को चेस्ट इंफेक्शन
रांची के रिम्स में गंभीर बीमारियों से जूझ रहे लालू प्रसाद यादव की देखरेख कर रहे डॉक्टर उमेश प्रसाद ने बताया कि लालू ब्रोंकाइटिस और चेस्ट इंफेक्शन से पीडि़त हैं। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही है। कफ की भी शिकायत है। सुरक्षा कारणों से उनका एक्स-रे नहीं कराया गया है। एंटीबायोटिक के साथ जरूरी दवाएं दी जा रही हैं।चिकित्सक नेबताया कि लालू प्रसाद का शूगर में उतार-चढ़ाव हो रहा है। हालांकि वे पहले की अपेक्षा अब स्वस्थ हैं। बताया गया है कि लालू प्रसाद की इको जांच व कार्डियक संबंधी परेशानी के बारे में बिरसा मुंडा जेल के सुपरिटेंडेंट को चिट्ठी लिखी गई है। सुरक्षा एहतियात को देखते हुए जल्द ही उनकी आवश्यक जांच कराई जाएगी।
Input : Dainik Jagran