लोकसभा चुनाव शुरू होते ही पार्टी पदाधिकारियों व नेताओं के आरोप व एक-दूसरे पर विवादित टिप्पणी भी शुरू हो गई है। ऐसा ही एक मामला आबूरोड से सामने आया जहां कांग्रेस प्रत्याशी के समर्थन में हुए समारोह में पूर्व सांसद पारसाराम मेघवाल के बोल बिगड़ गए और गर्भवती महिलाओं पर विवादित टिप्पणी करते हुए यह तक बोल गए कि गर्भवती माताएं पीएम नरेंद्र मोदी की फोटो न देखे, नहीं तो बच्चा झूठा पैदा हो जाएगा। बाद में उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वहीं जब उनसे इस मामले में बात कहीं तो वे बोले की मामले को ज्यादा तूल देने की जरूरत नहीं।
दरअसल, पूर्व सांसद पारसाराम मेघवाल 1996 से 1998 तक कांग्रेस से जालोर-सिरोही संसदीय सीट से सांसद थे। बुधवार को ब्लाक कांग्रेस कमेटी के तत्वावधान में मानपुर स्थित माली समाज धर्मशाला में कांग्रेस प्रत्याशी रतन देवासी के समर्थन में समारोह का आयोजन किया गया था, जिसमें पूर्व सांसद पारसाराम भी मौजूद थे। अपने भाषण में वे केंद्र सरकार व पीएम मोदी की नाकामियों को गिनाते-गिनाते वह कार्यकर्ताओं को यह तक बोले गए कि वे गर्भवती माताओं को बोल दे कि पीएम का फोटो नहीं देखे नहीं तो उनका बच्चा झूठा पैदा हो जाएगा। यह इतना झूठा एवं झूठ बोलने वाला आदमी है, जितना अपने देश में कोई ओर नहीं होगा।
सोशल मीडिया पर वायरल हुआ वीडियो, कार्यकर्ता बजाते रहे तालियां
उनके इस भाषण व विवादित टिप्पणी का वीडियो बाद में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इतना ही नहीं जब उन्होंने गर्भवती महिलाओं को लेकर यह टिप्पणी की तो इसके बाद वीडियो में कार्यकर्ता तालियां तक बजाते नजर आ रहे हैं। वहीं इनके पक्ष में आए जिला अध्यक्ष जीवाराम आर्य का कहना था कि उनकी इस बात को अलग लिया जा रहा है, जबकि ऐसा कुछ नहीं है।
प्रधानमंत्री ने साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कितने झूठे वायदे किए थे वे सबके सामने हैं। ऐसा इसलिए बोला था कि वे कांग्रेस द्वारा 70 साल में किए गए कार्यों को झूठला रहे हैं। इसको तूल देने की जरूरत नहीं है। -पारसाराम मेघवाल, पूर्व सांसद
पूर्व सांसद ने ऐसा नहीं कहा था। उनका कहने का मतलब यह था कि ऐसी लोगों की सोच बनी है तथा चर्चा है। बस इसको कार्यकर्ताओं को बताया था। -जीवाराम आर्य, अध्यक्ष, डीसीसी
Input : Dainik Bhaskar