लोकसभा चुनाव में एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप लगाने के तीर खूब चलाए जा रहे हैं। पीएम नरेंद्र मोदी (Narender modi) ने जनसभा संबोधित करते हुए कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। नरेंद्र मोदी (Narender modi) ने मध्य प्रदेश की कमलनाथ सरकार पर आयकर विभाग के छापों को लेकर निशाना साधा है। आयकर विभाग के छापों का जिक्र करते हुए कहा कि वे 6 महीने से ‘चौकीदार चोर है’ बोल रहे थे, लेकिन बक्सों में भरकर नोट कहां से निकला? पीएम ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में किए वादे वही हैं जो पाकिस्तान चाहता है।
बक्सों में निकले नोट : मोदी
महाराष्ट्र के लातूर में जनसभा में बोलते हुए पीएम नरेंद्र मोदी (Narender modi) ने सीएम कमलनाथ के करीबियों के घर-दफ्तर पर मारे गए आयकर विभाग के छापों को लेकर कहा कि आपने देखा होगा कल-परसों कांग्रेस के दरबारियों के घर से बक्सों में नोट निकली हैं, नोट से वोट खरीदने का यह पाप इनकी राजनैतिक संस्कृति रही है। यह पिछले 6 महीने से बोल रहे हैं ‘चौकीदार चोर है’ लेकिन वोट कहां से निकले? असली चोर कौन है?’
इसी दौरान कांग्रेस पर तीर चलाते हुए कहा कि कांग्रेस और उसके साथियों की देश विरोधी सोच है। उन्होंने कहा, ‘कांग्रेस ने कहा कि जम्मू-कश्मीर से धारा 370 किसी भी कीमत पर नहीं हटाई जाएगी। जो बात कांग्रेस का ढकोसला पत्र कह रहा है, वही भाषा पाकिस्तान बोल रहा है।
कांग्रेस का कहना है कि जम्मू-कश्मीर में अराजकता फैलाने वालों से बातचीत करेंगे, पाकिस्तान भी यही कह रहा ताकि भारत इन्हीं मुद्दों में उलझा रहे। कांग्रेस कह रही है कि हिंसा वाले इलाकों में सेना को मिले विशेष अधिकार वापस ले लेंगे। कांग्रेस ने घोषणा की है कि देश के टुकड़े करने वालों को खुला लाइसेंस देंगे, देशद्रोह का कानून खत्म करेंगे, पाकिस्तान की यही मानसिकता है।
भारत के खिलाफ बातें करने वालों को खुली छूट मिल जाए। पीएम ने जम्मू-कश्मीर और पाकिस्तान पर की एयर स्ट्राइक पर किए गए सवालों को लेकर कांग्रेस की खूब आलोचना की।
उन्होंने कहा, ‘राष्ट्रवाद हमारी प्रेरणा है, अंत्योदय हमारा दर्शन है और सुशासन हमारा मंत्र है। इसी भावना पर नए भारत के निर्माण के लिए हम देश के हर नागरिक की भागीदारी चाहते हैं। एक तरफ हमारी नीति-नियत है, और दूसरी तरफ विरोधियों का दोहरा रवैया है।
बाला साहेब पर की गई कार्रवाई का किया जिक्र
उन्होंने कहा कि कांग्रेस अपने घोषणापत्र में कहती है कि देशद्रोह के कानून को खत्म करेंगे। अगर 1947 में वह ऐसी हिम्मत के साथ खड़ी होती कि देश का बंटवारा नहीं होने देंगे, तो पाकिस्तान पैदा ही नहीं होता। शिवसेना के संस्थापक बाला साहेब ठाकरे को लेकर भी कांग्रेस की आलोचना की और कहा कि कांग्रेस के मुंह से मानवाधिकार की बातें शोभा नहीं देतीं। कांग्रेस ने बाला साहेब की नागरिकता छीन ली थी, मतदान करने का अधिकार छीन लिया था।