चार दिवसीय लोक आस्था का महापर्व चैती छठ आज संपन्न हो गया. व्रतियों ने उदीयमान अर्घ्य के साथ 36 घंटे के निर्जला व्रत को पूरा किया. बिहार के सभी घाट और तालाब पर छठ की छठा दिखाई पड़ी. बता दें कि पुलिस प्रशासन ने व्रत को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न कराने में महत्वपूर्ण योगदान निभाया है.
चैती छठ में अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ देने के लिए गुरुवार को राजधानी के प्रमुख गंगा घाटों पर भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी. 20 हजार से अधिक व्रतियों ने पटना सिटी से दीघा तक फैले 55 घाटों पर भगवान भास्कर को संध्या का अर्घ दिया. उनके परिजन और परिचित भी इस दौरान बड़ी संख्या में उपस्थित थे. इस दौरान दीघा पाटीपुल घाट, शिवा घाट, मीनार घाट, गेट नंबर 92 और 93 घाट, सूर्य मंदिर घाट, गायघाट, कंटाही घाट और भद्रा घाट पर श्रद्धालुओं की अधिक भीड़ दिखी.
दो-तीन वर्ष पहले तक चैती छठ में बहुत कम श्रद्धालु दिखते थे, लेकिन इस वर्ष श्रद्धालुओं की संख्या में पिछले वर्षों की तुलना में दोगुनी से भी अधिक वृद्धि दिखी.
गंगा घाट ही नहीं शहर के सभी छोटे बड़े तालाब जहां सामान्य छठ पूजा होती है, इस वर्ष चैती छठ में भी भीड़ दिखी. अनिसाबाद के मानिकचंद तालाब, गर्दनीबाग के कच्ची तालाब, पंच मंदिर तालाब और पटना सिटी के मंगल तालाब में इस दौरान अधिक भीड़ दिखी.
Input : Live Cities