हमने देश के विकास के लिए वोट किया है। एक एक वोट कीमती है और हर व्यक्ति को मतदान करना चाहिए। हमने भी किया लेकिन पहली बार अलग अलग कर रहे हैं तो बहुत अच्छा लग रहा है…उंगली पर नीली स्याही की चमक आंखों तक उतर आई थीं। पहली बार अलग अलग वोट करने की खुशी सबा और फराह को देखते ही बन रही थी। सातवें और अंतिम चरण में सिर से जुड़ी दो बहनें सबा और फराह अलग अलग वोट करने पर खुश नजर आईं।
समनपुरा के ऊर्दू प्राथमिक विद्यालय में उन्हें सुगम वाहिनी से लाया गया, जहां बूथ पर उन्हें देखने के लिए लोगों की भीड़ उमड़ गई। चुनाव आयोग की ओर से उन्हें लाने के लिए बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रीति पटेल और उनके भाई तमन्ना साथ आए। चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता के लिए चलाए जा रहे पटना के ट्विटर हैंडल से भी इनकी तस्वीरें शेयर की।
ट्विटर हैंडल @sveepP पर सुगम वाहिनी से उतरने से लेकर वोट देने तक की कई तस्वीरें शेयर की गई हैं, जिसमें उनके अलग अलग मतदाता पत्र और वोट देने की तस्वीरें अपलोड की गई। इस मौके पर उनके साथ आई बाल विकास परियोजना पदाधिकारी प्रीति पटेल ने बताया कि जिला प्रशासन का यह महत्वपूर्ण प्रयास है। वोट की अहमियत और लोकतंत्र को कायम रखने के लिए सहज तरीके से हर व्यक्ति मतदान करने के लिए ये बहनें मिसाल हैं।
इससे पहले सबा और फराह ने 2015 में विधानसभा चुनाव में वोट तो दिया था लेकिन एक ही वोट ये दे पाईं थी। आयोग ने सिर से एक होने के कारण इनका अलग अलग मतदाता पत्र नहीं बनाया था। इस बार इनकी मांग मान ली गई और अलग अलग मतदाता पत्र भी जारी किए गए।
A victory for democracy!
Saba & Farah, the conjoined sisters of #Patna cast their vote as separate individuals with independent voting rights for the first time.#GotInked #GoVote #LokSabhaElections2019 #Phase7 pic.twitter.com/gTYF66jr0K— Election Commission of India #SVEEP (@ECISVEEP) May 19, 2019
इस मौके पर उन्होंने प्रधानमंत्री बनाए जाने के सवाल पर सबा ने कहा कि में अगर प्रधानमंत्री बनूंगी तो देश में अच्छे दिन लाउंगी जबकि फराह ने कहा कि मैं देश के विकास को सबसे आगे रखूंगी। इस दौरान उनके भाई तमन्ना ने कहा कि इनको देखकर सबको वोट करने आना चाहिए। मौके पर सबा ने सरकार और डीएम से यह मांग रखी कि उन्हें मतदाताओं को जागरूक करने के लिए सम्मानित किया जाए।
Input : Hindustan