रमजान में रोजा रखने वाले अकीदतमंदों की बेसब्री दूर होगी। अगर मंगलवार को देश के हिस्सों में चांद दिखा तो ईद बुधवार को मनाई जाएगी। चांद दिखने के साथ ही ईद मनाने का ऐलान हो जाएगा। ईद मुबारक के तराने गूंजने लगेंगे। एतकाफ पर मस्जिद में बैठ इबादत कर रहे रोजेदार भी बाहर आ जाएंगे। चांद का दीदार होने के बाद अगले दिन सोंधी मीठी सेवईयों की खुशबू के साथ हर्षोल्लास से ईद मनेगी।
सुबह से ही लोग ईदगाहों व मस्जिदों में नमाज अदा करने के लिए जुटने लगेंगे। ईद को लेकर बच्चों से बड़े तक में खासा उत्साह दिख रहा है। ईद को यादगार बनाने के लिए सभी कपड़े, टोपी, इत्र, सेवई व उपहारों की खरीदारी कर रहे हैं। महिलाएं लजीज पकवान बनाने की पूरी तैयारी कर रही हैं। ईद के दिन सुबह में बच्चे, बड़े व बुजुर्ग नहाकर नये कपड़े पहन ईदगाह व मस्जिद में नमाज अदा कर अमन-चैन की दुआ करेंगे। महिलाएं घर में पूरी सिद्दत के साथ नमाज पढ़ ईद की खुशियां में साझेदार बनेंगी। कंपनीबाग जामा मस्जिद के मौलाना आले हसन ने बताया कि माह-ए-रमजान का 30वां रोजा मुकम्मल होने के साथ ही ईद की खुशियां मनाई जाएंगी। चांद दिखा तो बुधवार को और अगर चांद नहीं दिखा तो गुरुवार यानी जुमेरात को ईद मनायी जाएगी। नमाज अदा करने से पहले अकीदतमंदों को नहा-धोकर अच्छे या नये कपड़े पहन लेना चाहिए। सिर पर टोपी व इत्र लगाना चाहिए।
ईद के दिन मस्जिदों में नमाज का समय
Input : Hindustan