पूर्वी नाैसेना कमान विशाखापतनम, आंध्र प्रदेश के भारतीय नाैसेना वारशिप विश्वकर्मा से गुरुवार काे माेतिहारी के सपूत सब-लेफ्टिनेंट शशि कुमार वारशिप कंस्ट्रक्शन काेर्स फर्स्ट डिविजन में उत्तीर्ण हुए। गुरुवार काे हुए विशेष कार्यक्रम में रियर एडमिरल निर्मल मेनन (एडिशनल डायरेक्टर नेवल डिजाइन, सबमरीन डिजाइन ग्रुप) ने परेड का निरीक्षण किया। सब-लेफ्टिनेंट ने सैनिक स्कूल, गाेपालगंज से 12वीं की परीक्षा पूरी की। जनवरी 2014 में नेवल एकेडमी, एझिमाला, केरल में प्रवेश लिया एवं 25 नवंबर 2017 काे भारतीय नाैसेना के नेवल कंस्ट्रक्शन ब्रांच में कमीशंड हुए। नवंबर 2019 में सब-लेफ्टिनेंट शशि पदाेन्नति प्राप्त कर लेफ्टिनेंट बन जाएंगे।
उत्तीर्ण अफसराें के साथ दाएं से प्रथम सब-लेफ्टिनेंट शशि कुमार।
आईएनएस विश्वकर्मा पर एक साल की वारशिप बिल्डिंग व डिजाइन संबंधी टेक्निकल ट्रेनिंग ली
सब-लेफ्टिनेंट शशि कुमार ने बताया कि आईएनएस विश्वकर्मा पर उन्हाेंने एक साल की शिप बिल्डिंग व डिजाइन संबंधी टेक्निकल ट्रेनिंग ली। उन्हाेंने विशाखापतनम में वारशिप ओवरसीिंग टीम, नेवल डाॅकयार्ड, हिंदुस्तान शिपयार्ड लिमिटेड व नेवल शिप टेक्नाेलाॅजिकल लेबाेरेट्री, DRDO में इस दाैरान प्रशिक्षण लिया। उन्होंने आईएनएस कुठार व आईएनएस शक्ति पर भी दो महीने की ऑनबोर्ड ट्रेनिंग ली। सबमरीन स्कूल आईएनएस सातवाहन, विशाखापतनम में इन्होंने नेवल वारशिप की डिजाइन एंड रीफिट का मुख्य प्रशिक्षण लिया।
मां व नाना काे दिया सफलता का श्रेय
सब-लेफ्टिनेंट शशि कुमार पूर्वी चंपारण जिले के एक छाेटे से गांव सिहुलिया के निवासी हैं। इनके दादा गणेश साह व पिता प्रभु साह गांव में ही किसान हैं। इन्हाेंने अपनी सफलता का श्रेय मां अनिता कुमारी एवं नाना हाई स्कूल, पुपरी, सीतामढ़ी के सेवानिवृत्त शिक्षक शिवजी साह काे दिया। इनका मानना है कि दृढ़ निश्चय एवं पक्के इरादे से किसी भी लक्ष्य काे पाकर सपना साकार किया जा सकता है। युवाओं से सब-लेफ्टिनेंट शशि ने आग्रह किया है कि देश की सेवा में सदैव अग्रसर रहें। वह अब आगे पीजी डिप्लाेमा इन वारशिप बिल्डिंग करने के लिए जुलाई में IIT , दिल्ली जाएंगे।
Dainik Bhaskar | Sukant Saurabh