मासूमों की लगातार हो रही मौत के बाद राज्य सरकार एक्शन में आ गई है. इस बीच केंद्र सरकार ने भी इससे लड़ने के लिए हर संभव मदद देने का वादा किया है.
बिहार में एक्यूट इंसेफेलाइटिस सिंड्रोम यानी AES से अब तक 60 बच्चों की मौत हो चुकी है. इस बीमारी से हर तरफ हड़कंप मचा हुआ है. अकेले मुजफ्फरपुर में ही इस बीमारी से अभी तक 45 बच्चों की जान जा चुकी है. मासूमों की लगातार हो रही मौत के बाद राज्य सरकार एक्शन में आ गई है. इस बीच केंद्र सरकार ने भी इससे लड़ने के लिए हर संभव मदद देने का वादा किया है.
AES के कारण बिहार में बच्चों की मौत पर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन ने शुक्रवार को कहा, ‘केंद्र से भेजे गए डॉक्टरों की टीम ने अस्पतालों का दौरा किया. उन्होंने राज्य सरकार को इस संबंध में जरूरी सलाह दिए हैं. मैंने बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के साथ दो बैठकें की हैं और उन्हें हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया है.’
Union Health Minister,Dr Harsh Vardhan on 57 deaths in Muzaffarpur,Bihar due to AES: A team of doctors from Centre visited the hospitals & are advising the government there. I have held two meetings with the Bihar health minister and assured him of providing of all possible help. pic.twitter.com/tzDLHVZqQR
— ANI (@ANI) June 14, 2019
इससे पहले गुरुवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन और बिहार के स्वास्थ्य मंत्री अश्विनी चौबे मुजफ्फरपुर का दौरा करने वाले थे, लेकिन किसी कारणवश उनका ये दौरा रद्द हो गया था.
वापस लौटी केंद्रीय जांच टीम
बता दें कि बुधवार और गुरुवार को सात सदस्यीय केंद्रीय जांच टीम मुजफ्फरपुर के दौरे पर थी. डॉक्टरों की यह टीम दो दिनों तक जांच करने के बाद वापस लौट चुकी है. अब सबकी निगाहें इस टीम की रिपोर्ट पर लगी हुई है कि वो कौन से ऐसे कारण हैं जिससे इंसेफेलाइटिस ने इन क्षेत्रों में कोहराम मचा रखा है.
Input : News18