मुजफ्फरपुर में एईएस से हो रही बच्चों की मौत से आक्रोशित जन अधिकार पार्टी के कार्यकर्ताओं ने शुक्रवार को बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय के राजधानी स्थित सरकारी आवास पर पहुंचे और जमकर हंगामा किया।
जन अधिकार पार्टी (जाप) के आक्रोशित कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के सरकारी आवास के मुख्य द्वार पर कालिख पोत दी और तोड़फोड़ कर धरने पर बैठ गये. जाप कार्यकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री के नेमप्लेट पर पहले कालिख पोती, फिर नेमप्लेट को उखाड़ दिया।
आरजेडी ने सरकार पर बोला हमला, कहा- बच्चों के प्रति केंद्र और राज्य सरकार असंवेदनशील आरजेडी के प्रदेश महासचिव भाई अरुण कुमार एवं अत्यंत पिछड़ा प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव उपेंद्र चंद्रवंषी ने संयुक्त प्रेस बयान जारी कर कहा कि मुजफ्फरपुर में दिमागी बुखार महामारी का रूप ले रही है और अब तक करीब 60 बच्चों की मृत्यु हो चुकी है।
लेकिन, राज्य एवं केंद्र सरकार कान में तेल डाल कर सोयी हुई है. मुजफ्फरपुर की स्थिति भयानक हो गयी है. साथ ही कहा कि केंद्र एवं बिहार में एक ही पार्टी की सरकार है. ऐसी स्थिति में भी राज्य की यह दुर्गति है, तो इसके लिए कौन जिम्मेवार है, मुख्यमंत्री को बताना चाहिए. इस बीमारी को रोकने के लिए ना ही केंद्र सरकार और ना ही राज्य सरकार कृत संकल्पित है।
आरजेडी नेताओं ने केंद्र सरकार से बच्चों के डॉक्टरों की एक स्पेशल टीम मुजफ्फरपुर अविलंब भेजने की बात कही है. साथ ही कहा है कि इस बीमारी की रोकथाम के लिए स्थायी पहल की जाये, ताकि अगले साल यह बीमारी नहीं हो. मालूम हो कि बिहार के स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडे शुक्रवार को मुजफ्फरपुर के एसकेएमसीएच अस्पताल पहुंच कर एईएस से पीड़ित बच्चों और उनके परिजनों से मुलाकात कर हालात का जायजा लेने गये हुए हैं. उन्होंने एईएस से पीड़ित बच्चों का इलाज कर रहे चिकित्सकों से भी बातचीत की।
Input : Prabhat khabar