शनिवार को एक मां एलियन जैसे बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंची। बच्चे को देखकर डॉक्टर और अस्पताल के लोग हैरान रह गए। बच्चे का शक्ल आम बच्चों की तरह नहीं है।
शुक्रवार की देर रात तौफिर पीरपहाड़ निवासी स्व. हाकिम दास की बेटी पूजा देवी ने एक पुत्र को घर पर ही जन्म दिया। नवजात एलियन की शक्ल का है। अजीबोगरीब शारीरिक ढांचा देख परिजन शनिवार को बच्चे को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। परिजन ने बताया कि जन्म के बाद उसकी मां भी बच्चे को गोद लेने में डर रही थी। बाद में बच्चे की गंभीर स्थिति को देखते हुए डॉक्टर ने भागलपुर रेफर कर दिया।
कैसी थी बच्चे की बनावट
बच्चे की दोनों आंखें बंद और बाहर की ओर निकली हुई थीं। उसका मुंह बड़ा और नाक नहीं था। उसके शरीर पर जगह-जगह फफोले थे। बच्चे का हाथ भी विकसित नहीं था।
बोले डॉक्टर
डा. सोहन लाल ने बताया कि बच्चा आठ माह का प्रीमेच्योर है। उसके शरीर का डेवलपमेंट नहीं हो पाया है। बच्चा अंतर्गर्भाशयी विकास प्रतिबंध (आईयूजीआर) से प्रभावित है। यह एक ऐसी स्थिति है, जिसमें भ्रूण गर्भावस्था के हफ्तों की संख्या की अपेक्षा छोटा होता है। आईयूजीआर वाले नवजात शिशुओं को अक्सर गर्भावधि उम्र के लिए छोटा बताया जाता है।
आईयूजीआर वाले भ्रूण में अक्सर भ्रूण का वजन 10 प्रतिशत से कम होता है। इसका मतलब यह है कि भ्रूण का वजन उसी गर्भकालीन उम्र के अन्य सभी भ्रूणों की तुलना में 90 प्रतिशत कम होता है। आईयूजीआर वाला भ्रूण जन्म के समय (गर्भावस्था के 37 सप्ताह के बाद) या समय से पहले (37 सप्ताह से पहले) पैदा हो सकता है। बच्चे का पूरा शरीर कंप्लीट नहीं होने के कारण चेहरा अजीबोगरीब लगता है।
Input : Hindustan