वर्ल्ड कप 2019 में न्यूज़ीलैंड के ख़िलाफ़ सेमी फ़ाइनल मुक़ाबला खेलने के लिए भारतीय टीम मैनचेस्टर पहुँच गई है.

शनिवार को श्रीलंका पर मिली जीत और ऑस्ट्रेलिया के दक्षिण अफ्रीका से शिकस्त खाने के बाद भारत अंकतालिका में शीर्ष पर पहुँच गया था. इस तरह भारत ने सेमी फ़ाइनल में अपनी भिड़ंत चौथे नंबर पर रही न्यूज़ीलैंड से सुनिश्चित कर ली.

अब भारत और न्यूज़ीलैंड के जीत के दावों को लेकर चर्चा और बहस का दौर जारी है, हालाँकि ये सुनकर कुछ ताज्जुब ज़रूर होगा कि एक संभावना ऐसी भी है कि मंगलवार यानी नौ जुलाई को मैनचेस्टर के ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर एक भी गेंद फेंके बिना भारत फ़ाइनल में पहुँच सकता है.

और इसके लिए इंद्र देवता को कोहली एंड कंपनी पर ‘बड़ी मेहरबानी’ करनी होगी.

ब्रितानी मौसम विभाग ने मंगलवार को मैनचेस्टर में आसमान में बादल छाए रहने और बारिश की संभावना जताई है.

अब अगर बारिश अपना ‘खेल’ दिखाती है तो उन हालात में खेल रद्द किया जा सकता है.

आपके मन में कहीं 13 जून के भारत-न्यूज़ीलैंड के उस मैच की यादें तो ताज़ा नहीं हो गई, जब एक भी गेंद फेंके बिना मैच समाप्त घोषित कर दिया गया था और दोनों टीमों के बीच एक-एक अंक बांट दिया गया था.

लेकिन ये कोई लीग राउंड मुक़ाबला नहीं है जनाब….वर्ल्ड कप का सेमी फ़ाइनल है और इसके लिए रिज़र्व डे यानी एक अतिरिक्त दिन रखा गया है कि किसी कारणवश अगर निर्धारित दिन यानी 9 जुलाई को मैच नहीं हो सका तो मैच अगले दिन यानी 10 जुलाई को खेला जाएगा.

तो आख़िर समस्या क्या है?

समस्या फिर मौसम को लेकर ही है. ब्रितानी मौसम विभाग की भविष्यवाणी पर यकीन किया जाए तो 10 जुलाई को मौसम पहले दिन यानी 9 जुलाई के मुक़ाबले और ख़राब है. मौसम विभाग के मुताबिक आसमान में बादल छाए रह सकते हैं और दोपहर तक (लंचटाइम) हल्की बारिश भी हो सकती है.

 बादलों का साया

ऐसे में अगर नौ जुलाई और रिज़र्व डे यानी 10 जुलाई को मैच नहीं हो पाया तो मुक़ाबले के लिए और दिन नहीं मिलेगा और क्योंकि भारतीय टीम ने लीग मुक़ाबलों में न्यूज़ीलैंड के 11 अंकों की तुलना में 15 अंक जुटाए हैं, इसलिए भारत ऑटोमैटिक तरीके से फ़ाइनल में पहुँच जाएगा. यानी ऐसे हालात में विराट कोहली की टीम मैनचेस्टर में एक भी गेंद फेंके बिना क्रिकेट के मक्का कहे जाने वाले लॉर्ड्स में होने वाले फ़ाइनल में पहुँच जाएगी.

वैसे भी इंग्लैंड के मौसम और इससे प्रभावित होने वाले मैचों के बारे में काफ़ी कुछ लिखा-सुना जा चुका है. लीग राउंड के कुल 45 मैचों में से सात मैचों पर बारिश का असर रहा और तीन मुक़ाबले तो एक भी गेंद फेंके बिना रद्द करने पड़े, जिनमें से भारत-न्यूज़ीलैंड का लीग दौर का मुक़ाबला भी शामिल है.

दूसरी तरफ़, मेजबान इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया भी उम्मीद कर रहे हैं कि उनके सेमीफ़ाइनल मुक़ाबले पर भी बारिश का असर न पड़े. एजबैस्टन में होने जा रहे इस मुक़ाबले में बारिश के खलल पड़ने की कुछ आशंका जताई गई है, मौसम विभाग ने तो ये भी कहा है कि हो सकता है कि शुक्रवार को रिज़र्व डे के दिन भी भी बारिश विलेन बन सकती है.

अगर बारिश ने एजबैस्टन में मैच नहीं होने दिया तो ऑस्ट्रेलिया फ़ाइनल में पहुँच जाएगा और वो भी बिना कोई गेंद फेंके.

 मौसम साफ रहने की दुआ

इस बीच, दुनियाभर से क्रिकेट प्रशंसकों का मैनचेस्टर पहुंचना शुरू हो गया है और उनके होठों पर एक ही दुआ है कि सेमी फ़ाइनल मुक़ाबले में आसमान साफ़ रहे और मौसम खुला-खुला.

रविवार को मैनचेस्टर में अच्छी धूप खिली रही. दुबई से मैच देखने यहाँ पहुँचे कुमार और उनकी पत्नी प्रमिला ने कहा, “हालाँकि मुझे भारी बारिश से भी ऐतराज़ नहीं है, क्योंकि भारत इससे फ़ाइनल में पहुँच जाएगा, लेकिन खेल भावना कहती है कि मुक़ाबला अच्छा होना चाहिए.”

मैं यहाँ स्थानीय विश्वविद्यालयों में पढ़ रहे कुछ भारतीय छात्रों से भी मिला और उनका दावा है कि उन्होंने मैच के टिकट ख़रीद लिए हैं और वो भी ‘पंजाब में अपने माता-पिता को इसकी जानकारी दिए बिना.’

उनमें से एक ने कहा, “पा जी, कृपया बारिश की प्रार्थना करें, 2015 वर्ल्ड कप के सेमी फ़ाइनल नतीजे के बाद मैं सेमीफ़ाइनल में भारत की एक और हार नहीं देख सकता!”

Input : BBC Hindi

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