सरकारी स्कूलों में बच्चों को शुद्ध पीने का पानी नहीं मिलता है. बिहार के सभी प्राथमिक, माध्यमिक व उच्च विद्यालयों में नल का जल का पानी पहुंचाया जायेगा. पीएचइडी मंत्री विनोद नारायण झा ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि 2020 तक हर घर नल का जल पहुंचाने का विभाग के लक्ष्य को पूरा करने में सभी अधिकारी पूरा सहयोग करें. स्कूल परिसर में बने शौचालय, यूरिनल में भी टैब लगाया जायेगा. पीएचइडी जब सरकारी स्कूलों में नल का जल योजना का पानी पहुंचेगा, तो स्कूलों में बच्चों की संख्या को ध्यान में रखकर टैब देगा.
बता दें कि इसको लेकर सरकार हर बार नयी योजनाओं की शुरुआत करती है जो धरातल पर नहीं उतर पाता है. इससे बच्चों को बहुत परेशानी उठानी पड़ती है. पीने का पानी ठीक नहीं होता है तो बच्चों में बीमारियों का खतरा ज्यादा होता है.
स्कूलों में नल का जल पहुंचने के बाद भी हैंडपंप रहेगा. स्कूलों में लगे सभी हैंडपंप की समीक्षा करायेगी और जहां हैंडपंप की गहराई कम होगी. वहां राइजर पंप लगाकर उसे बढ़ाया जायेगा और ऐसी व्यवस्स्था की जायेगी कि गर्मी में किसी भी हैंडपंप का पानी किसी भी हाल में कम नहीं हो या छाेड़े नहीं.
स्कूल प्रशासन का कहना है कि सरकार सिर्फ वादे करती है लेकिन बच्चों तक यह सुविधाएं पहुंचती नज़र नहीं आती है.
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