भारत के मोस्ट वांटेड आ’तंकियों में से एक और 26/11 मुंबई ह’मले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद (Hafiz Saeed) को पाकिस्तान में गि’रफतार कर लिया गया है। आ’तंकी हाफिज सईद को पाकिस्तान की काउंटर टेररिज्म डिपार्टमेंट ने लाहौर से गि’रफ्तार किया। हाफिज सईद आतं’कवाद निरोधक अदालत में पेश होने के लिए गुरजांवाला जा रहा था। गिर’फ्तारी के बाद हाफिद सईद को न्यायिक हि’रासत में भेज दिया गया है।
आतंकी हाफिज सईद की गिरफ्तारी आतंकी फंडिंग के आरोप में हुई है। माना जा रहा है कि पाकिस्तान की ये कार्रवाई दिखावा मात्र है। पाकिस्तान सरकार के इस कदम को फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (एफएटीएफ) के दबाव का नतीजा माना जा रहा है। पाकिस्तान को एफएटीएफ से ब्लैक लिस्ट होने का डर सता रहा है।
सरकारी वकील उज्ज्वल निकम ने हाफिज सईद की गिरफ्तारी को पाकिस्तान का नाटक करार दिया है। उन्होंने कहा है कि पाकिस्तान दुनिया को बेवकूफ बना रहा है कि उसने हाफिज सईद को गिरफ्तार कर लिया है। हमें अब यह देखना होगा कि हाफिज सईद को दोषी ठहराने के लिए पाकिस्तान अदालत में कैसा सबूत पेश करता है।
Ujjwal Nikam, special public prosecutor in the 26/11 Mumbai terror attack case on arrest of Hafiz Saeed: Pakistan is fooling the world that they have arrested him, we have to see how they produce evidence in courts and how efforts are made to convict him, otherwise it is a drama. pic.twitter.com/tvRToS0j6q
— ANI (@ANI) July 17, 2019
इससे पहले जमात उद-दावा के सरगना हाफिज सईद और तीन अन्य को लाहौर की आंतक निरोधी अदालत (ATC) ने गिरफ्तारी से राहत दी थी। ATC ने हाफिज सईद समेत तीन अन्य लोगों को गिरफ्तारी से पहले ही जमानत को अनुमति दे दी।
हाल ही में आतंकी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई करने के बढ़ते अंतरराष्ट्रीय दबाव के बीच पाकिस्तान ने हाफिज सईद और उसके 12 सहयोगियों के खिलाफ आतंकी फंडिंग के 23 मामले दर्ज किए थे। पाकिस्तान के आतंकरोधी विभाग ने एक बयान जारी कर बताया था कि आतंकी फंडिंग के लिए पांच ट्रस्टों का इस्तेमाल करने के लिए उनके खिलाफ मामले दर्ज किए गए हैं।
कौन है हाफिज सईद
हाफिज सईद आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा का संस्थापक है। पाकिस्तान में जमात उद दावा नामक संगठन चलाता है। 2008 में मुंबई हमले का सूत्रधार रहा जिसमें 164 लोग मारे गए। इसी हमले के बाद अमेरिका ने इसके सिर पर एक करोड़ डॉलर का इनाम घोषित कर रखा है।
2006 में मुंबई ट्रेन धमाकों में भी इसका हाथ रहा। 2001 में भारतीय संसद तक को इसने निशाना बनाया। एनआइए की मोस्ट वांटेड सूची में शामिल है। भारत सहित अमेरिका, ब्रिटेन, यूरोपीय संघ, रूस और ऑस्ट्रेलिया ने इसके दोनों संगठनों को प्रतिबंधित कर रखा है।
Input : Dainik Jagran