मुजफ्फरपुर में स्वास्थ्य विभाग का शर्मनाक हड़कत सामने आई है. अस्पताल में एक वृद्ध को अचानक बीमार पड़ने के बाद इलाज के लिए लाया गया था. लेकिन डॉक्टर ने उसे सड़क पर ही चेक कर उसे मृत घोषित कर दिया और उसे वापस ले जाने को कह दिया.
स्वास्थ्य विभाग अपने हड़कतों से बाज नहीं आ रही है. अब तो स्थिति यह हो गई है कि डॉक्टर मानवता को भी शर्मसार कर रहे हैं. एक वृद्ध जो बेहोश होने के बाद इलाज के लिए ठेले से अस्पताल लाया गया. लेकिन डॉक्टर ने उसे अस्पताल के अंदर भी नहीं आने दिया. ठेले पर ही उसकी नब्ज चेक की और मृत घोषित कर दिया.
दरअसल, औराई प्रखंड मुख्यालय स्थित एक दुकान के सामने एक वृद्ध बेहोश होकर गिर पड़ा. स्थानीय लोगों ने उसे ठेले पर लाद कर पीएचसी ले आए. लेकिन पीएचसी में डॉक्टर ने उसे अंदर लाना भी मुनासिब नहीं समझा. ठेले के पास ही खड़े होकर वृद्ध की नब्ज टटोली और उसे मृत घोषित कर दिया.
पीएचसी के डॉक्टरों ने ठेले पर ही वृद्ध मृत बताकर वापस घर ले जाने को कह दिया. वहीं, पुलिस ने भी आनन-फानन में शव का पंचनामा कर उसे परिजनों को सौंप दिया. पीएचसी डॉक्टर सोनजीत तिवारी से जब पूछा गया कि वृद्ध को अस्पताल के अंदर क्यों नहीं आने दिया गया. और अगर उसकी मौत हो गई थी तो उसे वाहन से घर क्यों नहीं भेजा गया. इस सवाल पर डॉक्टर ने चुप्पी साध ली.
बहरहाल, बिहार में स्वास्थ्य व्यवस्ता पहले ही बेहाल है. मरीज यहां दिन भर ठोकरें खाते रहते हैं. और अस्पताल प्रबंधन सरकारी विभाग पर ठिकरा फोड़ते रहता है. जबकि डॉक्टर अपनी ड्यूटी से कतराते हैं यहां तक की मानवता को भी ताख पर रखकर अस्पताल इलाज के लिए पहुंचते हैं।
Input : Zee News