बीआरए बिहार विश्वविद्यालय में पीएचडी एडमिशन टेस्ट (पैट) में गड़बडिय़ों के खिलाफ छात्र संगठनों की ओर से एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार को राजभवन पहुंचकर अपनी बात रखी। राज्यपाल के प्रधान सचिव ब्रजेश मेहरोत्रा ने छात्रसंघ के अध्यक्ष बसंत कुमार सिद्धू व जदयू के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रवीण कुमार सिंह की फरियाद सुनी। विधान पार्षद देवेशचंद्र ठाकुर भी छात्र नेताओं के साथ थे। पैट के अलावा विभिन्न परीक्षाओं व रिजल्ट जैसे अतिथि शिक्षकों की बहाली, स्नातक व स्नातकोत्तर में नामांकन, सर्टिफिकेट व डिग्री वितरण में विलंब तथा गड़बड़ी से संबंधित एक ज्ञापन छात्रों ने सौंपा। छात्रों से बिंदुवार गड़बड़ी की बात सुनकर मेहरोत्रा ने प्रभारी कुलपति प्रो. राजेश सिंह को 28 अगस्त को राजभवन बुलाकर बात करने का भरोसा दिया।
कुलपति के हालिया निर्णयों पर भी जताई आपत्ति
छात्र संघ अध्यक्ष बसंत ने प्रेस को जारी बयान में यह जानकारी दी। कहा कि राजभवन में प्रधान सचिव से हम लोगों ने मुलाकात की और उनसे विश्वविद्यालय के सभी समस्याओं पर बिंदुवार अपनी बात रखी। कुलपति के हालिया निर्णयों पर छात्र नेताओं ने सवाल उठाया। यह भी कहा कि वे छात्रों और कर्मचारियों से भी मिलना जरूरी नहीं समझते। पैट के बारे में छात्र नेताओं ने तर्क दिया कि गड़बड़ी के चलते ही 21 जुलाई को परीक्षा रद हो गई थी। फिर उसी परीक्षा में पूछे गए 50 में से 43 प्रश्न बिल्कुल हूबहू दोहरा दिए गए। ओएमआर शीट के बदले उसकी फोटो कॉपी पर परीक्षा ली गई? फिर बारकोडिंग व कम्प्यूटराइज्ड चेकिंग का क्या मतलब रहा? हॉस्टल आवंटन में मनमानी, विश्वविद्यालय के अधिकारियों की कार्यशैली पर भी आपत्ति दर्ज कराई।
Input : Dainik Jagran