एक आशिकमिजाज दारोगा की आशिकी का भूत एसपी ने उतार दिया। मधेपुरा जिले के चौसा थाने के दारोगा गोपिंद्र सिंह की काली करतूतों का पता जब एसपी संजय कुमार को चला तो उन्होंने दारोगा गोपिंद्र सिंह को सस्पेंड कर लाइन हाजिर किया है। गोपिंद्र को एक केस के लिए लड़की, लूट की बाइक और पैसे चाहिए थे। नहीं दिए गए तो उन्होंने एक परिवार पर 10 महीने में 5 केस ठोक दिया था।
मधेपुरा पुलिस अपने कारनामों से सुर्खियों में रहती है। नया मामला चौसा थाना के एक दारोगा गोपिंद्र सिंह का है। जिनका ओडियो वायरल होने पर पुलिस की असलियत सामने आ गई है। ओडियो में दारोगा टाइम पास के लिए लड़की मांग रहे हैं। वहीं किसी को फंसाने के लिए हथियार की मांग भी की जा रही थी।
यह ओडियो दारोगा व चंद्रभूषण यादव के बीच हुए बातचीत का है। मालूम हो कि चंद्रभूषण सिंह पर एक केस दर्ज होने के बाद उसने ओडियो वायरल किया है। ओडियो वायरल होने के बाद एसपी ने संज्ञान लेते हुए दारोगा को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया है। एसपी संजय कुमार ने बताया कि वायरल ओडियो उनके संज्ञान में आने के बाद दारोगा को निलंबित कर लाइन हाजिर कर दिया गया है।
दारोगा की करतूतों का खुलासा एक पीड़िता ने किया और बताया कि तत्कालीन थानाध्यक्ष उनके घर आते रहते थे। दूसरे के माध्यम से लड़की की व्यवस्था कराने की बात कहते थे। इसके बाद पीड़िता ने दारोगा गोपींद्र सिंह के मोबाइल पर बातचीत के रिकॉर्डिंग के साथ आईजी को पत्र भेजकर न्याय की गुहार लगाई थी।
इस ऑडियो को माने तो घूस की राशि उदाकिशुनगंज के एसडीपीओ तक भी पहुंची। दारोगा जी की बेशर्मी देखिए, टाइम पास के लिए लड़की मांगने की बात को स्वीकार करते हुए वे कहते हैं कि मजाक में कहे थे। लेकिन उन्हें कौन समझाए कि उन्हें अवैध कट्टा और गोली उन्हें किस लिए चाहिए थे। रसलपुर धुरिया वार्ड- संख्या नौ निवासी चंद्रभूषण यादव और दारोगा गोपींद्र सिंह के बीच मोबाइल कॉल रिकार्ड के अंश।
कहा था गोपींद्र ने-हमको नहीं पता था दोस्ती में ऐसा करेगा
पहले उससे दोस्ती थी। उसके बाद उसपर एक केस हो गया। उसको शक है कि इसमें हमारा हाथ है। लेकिन केस करना तो बड़ा बाबू के अधिकार क्षेत्र में न है। पहले हम बातचीत किए थे। हमको क्या पता था कि वह दोस्ती में ऐसा करेगा।- गोपींद्र सिंह, दारोगा, चौसा
डीआइजी ने कहा था-इस मामले की जानकारी नहीं है
संबंधित मामले की जानकारी फिलहाल नहीं है। मामला संज्ञान में आने के बाद जांच कर उचित कार्रवाई की जाएगी।- सुरेश प्रसाद चौधरी, डीआईजी, सहरसा
Input : Dainik Jagran