राज्य के दो शहर अरवल व कांटी में स्मार्ट प्री-पेड बिजली मीटर का ट्रायल सफल रहा है। दोनों शहरों में मीटर के सफल ट्रायल के बाद अब राज्य के सभी जिलों के उपभोक्ताओं को स्मार्ट बिजली मीटर दिया जाएगा। जल्द ही औपचारिक कार्यक्रम आयोजित कर स्मार्ट मीटर लगाने की राज्यव्यापी योजना शुरू होगी। आठ महीने में 18 लाख उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर देने की योजना है। इसके बाद चरणवार तरीके से राज्य के सभी डेढ़ करोड़ उपभोक्ताओं को स्मार्ट मीटर दिया जाएगा।
स्मार्ट मीटर लगाने का जिम्मा केंद्रीय ऊर्जा मंत्रालय के अधीन काम करने वाली एजेंसी एनर्जी इफिशिएंसी सर्विसेज लिमिटेड (ईईएसएल) को दिया गया है। बिजली कंपनी और ईईएसएल के बीच इस बाबत पिछले महीने ही करार हुआ है। करार के बाद उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर लगाने से पहले उसका ट्रायल करने का निर्णय लिया गया। नॉर्थ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीन मुजफ्फरपुर के कांटी और साउथ बिहार पावर डिस्ट्रीब्यूशन कंपनी लिमिटेड के अधीन अरवल में एक महीना पहले ही छह दर्जन उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट प्री-पेड मीटर लगाए गए।
मीटर लगाने के क्रम में ही ईईएसएल के प्रतिनिधियों की ओर से उपभोक्ताओं के साथ ही कंपनी के इंजीनियरों को प्रशिक्षण दिया गया। लोगों को बताया गया कि इस मीटर के क्या नफा-नुकसान हैं। मीटर कैसे काम करता है, उसे कैसे ऑन-ऑफ किया जाता है, कैसे व कहां रिचार्ज कराया जाएगा, इसकी पूरी जानकारी दी गई। कंपनी कार्यालय के अलावा मोबाइल एप्लीकेशंस के माध्यम से ही मीटर रिचार्ज करने की सुविधा मिलेगी। महीने भर में मीटर और खपत होने वाली बिजली का आंकड़ा सही पाया गया। कंपनी अधिकारियों के अनुसार स्मार्ट मीटर लगाने के बाद उपभोक्ताओं से हर महीने 10-20 रुपये लिए जाएंगे, ताकि लोगों पर इसका बोझ न पड़े।
कंपनी को लाभ
बिल देने व वसूलने का झंझट खत्म
नुकसान कम होगा, आमदनी बढ़ेगी
उपभोक्ताओं की ऑनलाइन निगरानी
बिजली चोरों पर आसानी से अंकुश
उपभोक्ताओं को लाभ
बिजली खपत में आत्मनियंत्रण होगा
बिजली बिल देने की चिंता नहीं रहेगी
मोबाइल की तरह ही मीटर रिचार्ज होगा
जरूरत के अनुसार मीटर ऑन-ऑफ होगा
इन राज्यों में काम कर रहा स्मार्ट बिजली मीटर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, राजस्थान, हिमाचल, चंडीगढ़ी सहित अन्य
Input : Hindustan