पटना से राजगीर को एक नई सड़क जोड़गी। यह सड़क पटना-बख्तियारपुर फोरलेन से तेलमर होते हुए नूरसराय तक 20 किलोमीटर लंबी और दस मीटर चौड़ी होगी। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस सड़क के एलायनमेंट की सहमति दे दी है। इसके बन जाने से पटना से राजगीर की दूरी करीब 15 किलोमीटर घट जाएगी। पटना से राजगीर जाने के लिए यह सबसे कम दूरी और जल्द पहुंचने वाली सड़क (शॉर्टेस्ट एंड फास्टेस्ट रोड) होगी।
मुख्यमंत्री ने गुरुवार को नालंदा जाने के क्रम में सड़कों का निरीक्षण किया और पदाधिकारियों को कई निर्देश दिए। अभी राजगीर तक की दूरी करीब 100 किलोमीटर है, जो नई सड़क के बन जाने 85 किलोमीटर रह जाएगी। बौद्ध सर्किट से जुड़े होने के कारण राजगीर अंतरराष्ट्रीय पर्यटक स्थल है। यहां बड़ी संख्या में देशी-विदेशी पर्यटक सालों भर आते हैं। इस तरह इससे पर्यटकों को भी काफी सुविधा होगी। हालांकि इससे पटना से नालंदा, नवादा और शेखपुरा आने-जाने वालों को सीधे फायदा होगा।
मुख्यमंत्री ने एसएच-78 सड़क का निरीक्षण किया, जो डुमरी से सरमेरा तक बनी है। इसमें डुमरी से बिहटा एयरपोर्ट तक भूमि उपलब्ध है। मुख्यमंत्री ने पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव को निर्देश दिया कि छह माह के अंदर इस सड़क निर्माण कार्य को पूर्ण कराएं, ताकि बिहटा से सरमेरा तक सड़क निर्माण का कार्य मार्च 2020 तक पूरा हो सके।
पथ निर्माण के प्रधान सचिव अमृतलाल मीणा ने मुख्यमंत्री को बताया कि एनएच-31 के फोरलेन चौड़ीकरण के लिए भूमि अर्जन का काम प्रारंभ हो चुका है। मुख्यमंत्री ने निर्देश दिया कि इस कार्य में तेजी लाई जाए, ताकि चौड़ीकरण का कार्य शीघ्र शुरू हो सके।
एनएच-30 ए को चार माह में पूरा करने का निर्देश
सीएम ने रामघाट से डियावां तक 20 किमी लंबी, साढ़े पांच मीटर चौड़ी 60 करोड़ की लागत से बन रही सड़क का भी निरीक्षण किया। इसे जून 2020 तक पूर्ण करने का निर्देश दिया। मुख्यमंत्री ने एनएच-30 ए सड़क का भी निरीक्षण किया, जो फतुहा-दनियावां-हरनौत-बाढ़ तक 71 किमी लंबी है। यह सड़क 65 किमी तक बनकर तैयार है। शेष 6 किमी दनियावां बाईपास/हरनौत बाईपास/बाढ़ बाईपास है। मुख्यमंत्री ने इसे भी चार माह के अंदर पूर्ण करने का निर्देश दिया है।
Input : Hindustan