वैष्णो देवी मंदिर में सोने का दरवाजा लगाया जा रहा है। 96 फीट लंबी पारंपरिक गुफा के इस दरवाजे को 29 सितंबर से शुरू हो रही नवरात्र में लगाया जाएगा। इससे पहले गुफा के बाहर संगमरमर का दरवाजा होता था। यह पारंपरिक गुफा सिर्फ सर्दियों में कुछ दिनों के लिए ही श्रद्धालुओं के लिए खोली जाती है। हालांकि हर दिन पुजारी आरती के लिए इसी पारंपरिक गुफा वाले दरवाजे का इस्तेमाल करते हैं। सोने के इस नए दरवाजे के एक पल्ले पर माता लक्ष्मी और दूसरे पर आरती उकेरी गई है।
इसके अलावा इस पर भगवान गणपति की तस्वीर और मंत्र हैं। दरवाजे के ऊपरी हिस्से में गुंबद और छत्र हैं, जिस पर नौ सीढ़ियां बनाई गई हैं जो नौ देवियों का प्रतीक हैं। श्राइन बोर्ड के सीईओ सिमरनदीप सिंह के मुताबिक सोने के इस दरवाजे को श्राइन बोर्ड की नई डोनेशन पॉलिसी के तहत बनवाया गया है। नवरात्र के लिए माता के भवन को थाईलैंड, हॉलैंड, मलेशिया, सिंगापुर, ऊंटी और पालमपुर से मंगवाए देसी-विदेशी फूलों और फलों से सजाया जाएगा। यहीं नहीं पहली बार कटरा बेस कैंप से भवन तक के 13 किमी लंबे घुमावदार रास्ते पर रंगबिरंगी लाइटिंग की जा रही है। इसके अलावा पिछले साल कटरा में शुरू हुए लंगर में नवरात्र के दौरान फलाहार दिया जाएगा।
इस नवरात्र फेस्टिवल के दौरान नौ दिनों तक अलग-अलग कार्यक्रम होंगे और राज्यपाल सत्यपाल मलिक इसका उद्घाटन करेंगे। हर बार की तरह ही नवरात्र के मशहूर दंगल का आयोजन होगा। 2005 से 2012 तक पाकिस्तान के पहलवान भी इस दंगल में भाग लेने आते थे। भारत-पाक के बीच तनाव के चलते 2013 से इन्हें बुलाना बंद कर दिया गया है और इस बार भी पाकिस्तानी पहलवान नहीं आएंगे। कटरा में इस फेस्टिवल का आयोजन 1996 से हो रहा है।
दर्शनार्थियों की सुरक्षा के मद्देनजर राज्य पुलिस ने पैरामिलिट्री के साथ मिलकर खास ग्रिड तैयार किया है। पुलिस और सुरक्षा बलों की तैनाती के अलावा कटरा टाउन, भवन के इलाके और यात्रा मार्ग को सीसीटीवी कैमरे की जद में लाया जा रहा है। उम्मीद की जा रही है कि इस बार इन नौ दिनों में 3-4 लाख श्रद्धालु वैष्णो देवी के दर्शन करने आएंगे।
3 महीने में कारीगरों ने गुफा के पास ही वर्कशॉप में तैयार किया दरवाजा
इस दरवाजे को कारीगरों ने तीन महीने में तैयार किया है। इसे बनाने के लिए श्राइन बोर्ड ने उन कारीगरों को बुलाया था जिन्होंने इससे पहले मुंबई में सिद्धिविनायक और दिल्ली में झंडेवालान मंदिर में नक्काशी का काम किया है। श्राइन बोर्ड ने गुफा के पास ही एक खास वर्कशॉप में इस दरवाजे को तैयार करवाया है। दरवाजे को ठोस चांदी से बनाया गया है जबकि इसकी परत सोने की है।
Input : Dainik Bhaskar