बिहार में तीन दिनों से जारी भारी बारिश ने नीतीश सरकार की विकास के दावों की पोल खोल कर रख दी है. राजधानी पटना बाढ़ और बारिश के पानी में पूरी तरह डूब चुका है जबकि पूर्वी बिहार के ज्यादातर हिस्सों में भी बारिश के रौद्र रूप ने लोगों के जीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है. राज्य में भारी बारिश और बाढ़ से अब तक 40 लोगों की मौत हो चुकी है. पटना में आई बाढ़ ने आम आदमी तो क्या सरकार के मंत्रियों को भी नहीं बख्शा है और हालात इतने बदतर हो चुके हैं कि डिप्टी सीएम सुशील मोदी का भी एनडीआरएफ को रेस्क्यू करना पड़ा. सुशील मोदी के सरकारी आवास में भी बाढ़ का पानी घुस चुका है. सुशील मोदी रेस्क्यू के बाद अपने सामान के साथ एक फ्लाईओवर पर खड़े नजर आए जिसके बाद उनकी यह तस्वीर वायरल हो गई.
सारण से बीजेपी सांसद और पूर्व मंत्री रह चुके राजीव प्रताप रूडी के भी आवास में बाढ़ का पानी भर गया है. अगर आप इन दिनों उनके घर जाना चाहेंगे तो पैदल या गाड़ी से नहीं बल्कि नाव से जाना होगा. पूरा पटना जलमग्न हो गया है.
राजधानी पटना में आई बरसाती बाढ़ से आम और खास सब डूबे हुए है. कई इलाकों में मकानों की पहली मंजिल आधे से ज्यादा डूब चुकी है. इसी बीच पटना के कदम कुआं इलाके से हाईकोर्ट के जज साहब और उनके परिवार का रेस्क्यू करना पड़ा.
बिहार की स्वरकोकिला शारदा सिन्हा का भी पटना के राजेन्द्रनगर स्थित घर में पानी घुस गया जिसके बाद उन्हें एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू कर सुरक्षित जगह पहुंचाया.
पटना साहिब सीट से बीजेपी के सांसद और केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने राजधानी पहुंचकर बाढ़ प्रभावित इलाकों का दौरा किया और उन्होंने बताया कि इससे पहले उन्होंने ऐसी स्थिति कभी नहीं देखी थी.
गली, मोहल्ले, स्कूल-कॉलेज, सड़क, बाजार से शोरूम तक के अंदर पानी घुस गया है. पटना में जलजमाव से प्रभवित लोगों की मदद के लिए बिहार सरकार ने गृह मंत्रालय से 2 हेलिकॉप्टर की मांग की है. साथ ही कोल इंडिया से जल जमाव को निकालने के लिए पम्प की भी मांग की है.
इस बीच बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने प्रदेश में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के मद्देनजर रविवार को फिर बैठक की और पटना में जलजमाव वाले इलाकों का दौरा की हालात का जायजा लिया. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के दोनों किनारे स्थित 12 जिलों में लोगों के लिए दिक्कत की स्थिति पैदा हो गई है.
पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है. पानी का कर्फ्यू लागू है और सहमा हुआ सा शहर अपनी बेबसी पर रोता नजर आ रहा है. बिहार में बारिश और बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों की दो दिन की छुट्टी कर दी गई है. पटना दरिया हो चुका है.
मूसलाधार बारिश के मद्देनजर रविवार को फिर बैठक की और पटना में जलजमाव वाले इलाकों का दौरा की हालात का जायजा लिया. बैठक के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि गंगा नदी के दोनों किनारे स्थित 12 जिलों में लोगों के लिए दिक्कत की स्थिति पैदा हो गई है.
पानी में फंसे लोगों का रेस्क्यू करने की कोशिश की जा रही है. पानी का कर्फ्यू लागू है और सहमा हुआ सा शहर अपनी बेबसी पर रोता नजर आ रहा है. बिहार में बारिश और बाढ़ से बिगड़े हालात को देखते हुए स्कूलों और कॉलेजों की दो दिन की छुट्टी कर दी गई है. पटना दरिया बन चुका है.
Input : Ajj Tak