मधुबनी, बिहार के गौतम कुमार झा ‘कौन बनेगा करोड़पति 11’ में 1 करोड़ रुपए जीतने वाले सीजन के तीसरे कंटेस्टेंट बने। उनसे पहले बिहार के सनोज राज और महाराष्ट्र की बबीता तायड़े 15 सवालों के सही जवाब देकर यह रकम अपने नाम कर चुके हैं। उम्मीद की जा रही थी कि गौतम 7 करोड़ रुपए जीत सकते हैं। लेकिन वे 16वें सवाल के जवाब को लेकर सुनिश्चित नहीं थे। इसलिए उन्होंने गेम छोड़ने का फैसला लिया। गौतम भारतीय रेलवे में सीनियर सेक्शन इंजीनियर हैं। दैनिक भास्कर से खास बातचीत में उन्होंने अपनी जीत का श्रेय पत्नी को दिया।

गौतम कुमार झा से बातचीत के अंश

  • जब लगा कि 3 लाख भी नहीं जीत पाएंगे

    गौतम के मुताबिक, एक वक्त ऐसा भी आया, जब उन्हें लगा कि वे 3 लाख रुपए भी नहीं जीत पाएंगे। ऐसे में होस्ट अमिताभ बच्चन ने उनका हौसला बढ़ाया और वे 7 करोड़ रुपए के सवाल तक पहुंच गए। बकौल गौतम, “मैंने 7 सवाल तक ही तीन लाइफलाइन्स का इस्तेमाल कर लिया था और फिर ऐसा लगने लगा था कि मैं 3 लाख रुपए भी नहीं जीत पाऊंगा। तब अमिताभ सर ने बहुत मोटिवेट किया। उन्होंने मुझे सचेत होकर खेलने की सलाह दी।”

  • पत्नी की वजह से मिला ये मुकाम

    गौतम कहते हैं, “मेरी पत्नी ‘केबीसी’ की बहुत बड़ी फैन है। वह पिछले 19 सालों से इस शो को देख रही है। पिछले साल उसने मुझे इसमें हिस्सा लेने के लिए कहा था, लेकिन मैंने कोशिश नहीं की। इस साल फिर से उसने मुझे कहा कि कोशिश तो करो, देखना एक ही बार में आपका रजिस्ट्रेशन हो जाएगा। जैसा उसने कहा, बिल्कुल वैसा ही हुआ। आज उसकी की वजह से मैं इस मुकाम पर पहुंच पाया हूं।”

  • ‘पहले अटेम्प्ट में शो पर पहुंचना खुशनसीबी’

    गौतम कहते हैं, “सच कहूं तो पैसा जीतने से ज्यादा इस बात की खुशी हो रही है कि मुझे अमिताभ सर से मिलने का मौका मिला। यकीन मानिए मैंने सपने में भी नहीं सोचा था कि एक दिन अमिताभ सर के सामने बैठकर उनसे बात करूंगा। यह मेरी खुशकिस्मती थी कि पहले अटेम्प्ट  में ही मुझे शो में आने का मौका मिला और मैं करोड़पति बन गया। मैंने कई लोगों को इस शो में आने की कोशिश करते और असफल होते देखा है। उन्हें देखकर मुझे अपना सिलेक्शन भी असंभव सा लगता था। लेकिन शो की टैगलाइन बहुत ही मोटिवेटिंग हैं, ‘विश्वास है तो उस पर खड़े रहो, अड़े रहो।’ मैंने भी यही किया।”

  • तैयारी के लिए एक किताब खरीदी थी

    शो की तैयारी को लेकर गौतम बताते हैं, “बचपन से ही मुझे जनरल नॉलेज में इंटरेस्ट रहा है। ऐसा नहीं है कि मैंने ‘केबीसी’ के लिए कोई खास तैयारी की। मुझे हमेशा से हर चीज के बारे में जानने की ललक रही है। हां, इस शो की तैयारी के लिए मैंने एक किताब जरूर खरीदी थी, जो भारतीय संस्कृति पर आधारित थी। शो में इससे जुड़े कई सवाल होते हैं। मैं भारतीय संस्कृति के बारे में जरूर पढ़कर गया था। इसके अलावा कोई खास तैयारी नहीं की।”

  • परफॉर्मेंस का प्रेशर रहता है

    गौतम ने बताया, “यह एक ऐसा मंच है, जहां आपको चाहे कितना भी ज्ञान क्यों न हो, नर्वसनेस हो ही जाती है। परफॉर्मेंस का प्रेशर रहता है, जिसकी वजह से आपको आसान सवाल भी मुश्किल लगता है। टीवी पर जब आसान सवाल पर कोई लाइफलाइन का इस्तेमाल करता था तो मुझे हंसी आती थी। लेकिन जब खुद यहां आया तो प्रेशर महसूस किया। तब लगा कि इस शो की एक भी स्टेज आसान नहीं है। चाहे वह फास्टेस्ट फिंगर फर्स्ट हो या आसान से सवाल का जवाब देना।”

  • 1 करोड़ के सवाल पर श्योर नहीं था

    बकौल गौतम, “1 करोड़ के सवाल पर बहुत नर्वस था। मुझे जवाब आता था, लेकिन मैं श्योर नहीं था। तब अमिताभ सर ने कहा कि आपको अपने ऊपर थोड़ा सा भी भरोसा है तो जवाब को लॉक कर सकते हैं। तब मुझे लगा कि मैंने कहीं तो इसके बारे में पढ़ा है और जिस तरह उन्होंने मेरा हौसला बढ़ाया, उसे देख मैंने खुद पर भरोसा रखते हुए जवाब लॉक करने का कह दिया।”

  • ‘गरीब लड़कियों की मदद करना चाहता हूं’

    जीती हुई रकम के इस्तेमाल को लेकर गौतम के दो मुख्य प्लान हैं। एक खुद के लिए और दूसरा अपनी सोसाइटी के लिए। वे कहते हैं, “खुद के लिए मैं अपनी राजधानी पटना में एक घर लेना चाहता हूं। दूसरा मेरी वाइफ की इच्छा हमारे गांव की गरीब लड़कियों को उनकी पढ़ाई में मदद करने की है। उसे पूरी करने की कोशिश करूंगा।”

  • Input : Dainik Jagran

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