आंध्र प्रदेश से मुजफ्फरपुर जिले में बिक्री के लिए आने वाली मछलियों में लेड (सीसा) की मात्रा मानक से तीन गुना अधिक पाया गया है।
खाद्य सुरक्षा विभाग के कोलकाता स्थित सेंट्रल लैब को भेजी गई तीन सैंपल में इसकी पुष्टि हुई है। इसके बाद कमिश्नर ऑफ़ फूड सेफ्टी से स्वीकृति लेकर एडीजे-2 के विशेष न्यायालय में आंध्र प्रदेश के तीन मछली सप्लायर और हियापुर बाजार समिति के तीन थाेक बिक्रेताओं पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। शनिवार को खाद्य सुरक्षा अधिकारी सुदामा चाैधरी ने बताया कि आंध्र प्रदेश से बिक्री के लिए लाई गई इन मछलियाें की जांच में लेड की मात्रा मानक से तीन गुना अधिक पाई गई है। यह स्वास्थ्य के लिए काफी हानिकारक है। इससे कैंसर, किडनी की बीमारी, एनीमिया, मानसिक रोग आदि हो सकते हैं। इसे विभाग ने असुरक्षित की श्रेणी में रखा है। ऐसे में सप्लायर और विक्रेता पर प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। विभाग द्वारा प्राथमिकी दर्ज कराने के बाद मछली व्यवसायियों में हड़कंप मच गया है। खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने बताया कि मुख्यालय के निर्देश पर अहियापुर बाजार समिति से रोहू, कतला समेत तीन प्रकार की मछलियों के नमूने तीन थोक विक्रेताओं से लिए गए थे।
Input : Dainik Bhaskar